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Up Kiran, Digital Desk: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शुक्रवार को अपने एक छात्र नेता सुभोजित दत्ता से पल्ला झाड़ लिया। दत्ता ने पार्टी द्वारा पार्थ भौमिक को सिंचाई मंत्री बनाए जाने पर उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद पार्टी ने यह कदम उठाया।

पार्टी ने स्पष्ट किया कि सुभोजित दत्ता न तो पार्टी के सदस्य हैं और न ही तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीप) में कोई पद रखते हैं। तृणमूल ने जोर देकर कहा कि दत्ता की टिप्पणियां उनके व्यक्तिगत विचार हैं और इनका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।

हालांकि, दत्ता ने अपने बयान पर अडिग रहते हुए दावा किया कि वह टीएमसीपी के 'मीडिया प्रभारी' थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों की आवाज़ उठाई है और वह अपनी बात पर कायम रहेंगे।

यह घटना पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए कैबिनेट फेरबदल के बाद सामने आई है, जिसमें पार्थ भौमिक को सिंचाई मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। दत्ता ने भौमिक के अतीत और उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। इस घटना ने सत्तारूढ़ पार्टी के भीतर असंतोष और पारदर्शिता को लेकर नई बहस छेड़ दी है।

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