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Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने विवादित और चौंकाने वाले कदम से सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने पोप की वेशभूषा में अपनी एक फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर दी है। यह पोस्ट ऐसे समय पर आई है जब वेटिकन सिटी पोप फ्रांसिस के देहांत के बाद नए पोप के चयन की प्रक्रिया से गुजर रहा है।
ट्रंप की यह तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से तैयार की गई प्रतीत होती है, जिसमें वे पारंपरिक सफेद पोप की पोशाक में, सिर पर 'मिटर' (पोप की टोपी) और गले में क्रास लटकाए हुए एक सिंहासन पर बैठे नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं, तस्वीर में वे पोप के पारंपरिक तरीके से हाथ उठाकर आशीर्वाद भी दे रहे हैं। ट्रंप ने इस तस्वीर के साथ कोई कैप्शन नहीं लिखा, मगर उनकी मंशा और संकेत बहुत स्पष्ट हैं।
विवाद की जड़: धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ या सियासी स्टाइल
ट्रंप का यह कदम न केवल ईसाई समुदाय के एक बड़े वर्ग को चौंकाने वाला लगा, बल्कि सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिलीं। एक यूजर ने लिखा कि मैं कैथोलिक नहीं हूं, मगर ट्रंप का यह रूप स्वीकार्य नहीं। वह अमेरिका के राष्ट्रपति रहे हैं, उन्हें इस पद की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।
दूसरी ओर ट्रंप के समर्थकों ने इसे 'मजाकिया अंदाज' और 'राजनीतिक व्यंग्य' बताया। एक कमेंट में लिखा गया कि अब ट्रंप पोप भी बनना चाहते हैं — Make Pope Great Again!
व्हाइट हाउस का रुख और आधिकारिक चुप्पी
चौंकाने वाली बात यह रही कि यह फोटो न केवल ट्रंप के निजी सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट की गई, बल्कि इसे राष्ट्रपति कार्यालय से भी साझा किया गया — हालांकि आधिकारिक बयान में इसे "व्यक्तिगत स्वतंत्रता का प्रतीकात्मक मजाक" बताया गया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने इस मसले पर सीधा जवाब देने से इनकार करते हुए कहा कि हम राष्ट्रपति पद और धार्मिक संस्थाओं दोनों का सम्मान करते हैं।
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