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Up Kiran, Digital Desk: पिछले कई महीनों से गाजा पट्टी में जारी हिंसक टकराव ने क्षेत्र को गंभीर मानवीय संकट की ओर धकेल दिया है। अब एक नई कूटनीतिक पहल के तहत अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि इज़राइल एक 60-दिन के युद्ध विराम पर सहमत हो गया है और अब यह निर्णय हमास के हाथ में है कि वह इस प्रस्ताव को स्वीकार कर शांति का रास्ता अपनाता है या नहीं।

ट्रंप की पहल, मध्यस्थों की भूमिका

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर एक बयान साझा करते हुए कहा कि उनके प्रतिनिधियों और इज़राइली अधिकारियों के बीच गाजा को लेकर एक गहन और सार्थक चर्चा हुई है। इस बातचीत के बाद, इज़राइल ने एक अस्थायी युद्ध विराम के लिए जरूरी शर्तों को स्वीकार कर लिया है, जिससे आगामी दो महीनों तक क्षेत्र में शांति बनाए रखने की कोशिश की जाएगी।

ट्रंप के अनुसार, इस योजना को अंतिम रूप देने में कतर और मिस्र की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है। ये दोनों देश लंबे समय से मध्यस्थता की प्रक्रिया में लगे हुए हैं और अब यह उनके ही माध्यम से प्रस्ताव हमास के समक्ष पेश किया गया है।

हमास को चेतावनी और अनुरोध

ट्रंप ने अपने बयान में हमास से यह अपील की कि वह इस प्रस्ताव को स्वीकार कर ले क्योंकि इसका उद्देश्य सभी पक्षों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करना है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि हमास इस अवसर को गंवाता है, तो हालात और भी भयावह हो सकते हैं।

उन्होंने कहा, "अगर हमास इस मौके को हाथ से जाने देता है, तो क्षेत्र की स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है। हम सभी चाहते हैं कि मध्य पूर्व में स्थायित्व और शांति स्थापित हो, और यह समझौता उसी दिशा में एक कदम है।"

सीएनएन की रिपोर्ट और प्रस्ताव की पृष्ठभूमि

सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को कतर के अधिकारियों ने इज़राइल और हमास दोनों के समक्ष एक नया युद्ध विराम प्रस्ताव रखा, जिसमें 60 दिनों के लिए संघर्ष विराम की बात कही गई है। बताया गया है कि इस योजना को ट्रंप प्रशासन का समर्थन प्राप्त है और इसे अमेरिका की कूटनीतिक पहल का हिस्सा माना जा रहा है।

गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी में भी एक अस्थायी युद्ध विराम लागू किया गया था, जो मार्च तक चला। लेकिन समझौते के उल्लंघन के आरोपों के बाद इज़राइली सेना ने फिर से गाजा में सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी थी। इसके बाद से गाजा में मानवीय सहायता का प्रवाह रुक गया है, जिससे स्थानीय जनता को गंभीर संकट का सामना करना पड़ा है।

वॉशिंगटन में कूटनीतिक हलचल

इस पूरी प्रक्रिया के बीच इज़राइल के सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं। उनकी बातचीत का एजेंडा गाजा में संघर्ष विराम, ईरान से संबंधित रणनीति और अन्य क्षेत्रीय विषयों पर केंद्रित है। वे उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात करने वाले हैं।

बंधकों को लेकर हमास का रुख

हमास की ओर से यह संकेत पहले ही दिया जा चुका है कि वह एक व्यापक समझौते के तहत गाजा में बचे हुए सभी बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है। हालांकि, इज़राइल की ओर से यह शर्त रखी गई है कि संघर्ष तब तक समाप्त नहीं होगा जब तक हमास को पूरी तरह से निरस्त्र कर निष्क्रिय नहीं कर दिया जाता। हमास ने इस शर्त को खारिज करते हुए हथियार डालने से साफ इनकार किया है।

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