_1184224524.png)
Up Kiran, Digital Desk: भारत और अमेरिका लंबे समय से व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। मगर अब इसमें कुछ अड़चनें आती दिख रही हैं।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका अपने डेयरी उत्पाद भारत भेजना चाहता है। हालाँकि, भारत ने इसे साफ़ तौर पर अस्वीकार कर दिया है। क्योंकि इसमें अमेरिका मांसाहारी गाय का दूध भेजना चाहता है। भारत का कहना है कि डेयरी उत्पादों के लिए प्रमाणपत्र ज़रूरी होगा।
भारत दूध उत्पादन के मामले में दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है। डेयरी क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था का 3 प्रतिशत हिस्सा है। इसका कुल मूल्य लगभग 9 लाख करोड़ रुपये है।
एसबीआई के अनुसार, अगर अमेरिका डेयरी उत्पाद भेजना शुरू कर देता है, तो भारत को सालाना 1.03 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, भारत ने अमेरिका को अस्वीकार करते हुए धार्मिक भावनाओं का भी हवाला दिया है।
आखिर क्या है गाय का दूध - दरअसल, भारत में गायों को चारा और घास खिलाया जाता है। इसके अलावा, कुछ अन्य प्राकृतिक चीज़ें भी दी जाती हैं। हालाँकि, अमेरिका में इन सबकी भारी कमी है।
इसी वजह से अमेरिका में गायों को सस्ते प्रोटीन के तौर पर सूअर, मुर्गी, मछली या घोड़े की चर्बी खिलाई जाती है। इसीलिए भारत ने अमेरिकी डेयरी उत्पादों को अस्वीकार कर दिया है। इस बीच अमेरिका ने कहा है कि इससे व्यापार समझौते में अनावश्यक बाधाएँ पैदा हो रही हैं।
भारत के साथ व्यापार समझौते पर ट्रंप ने क्या कहा - अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, भारत के साथ व्यापार समझौते को लेकर बातचीत जारी है। हम भारत के साथ-साथ इंडोनेशिया के साथ भी समझौता करेंगे। इंडोनेशिया में तांबा क्षेत्र बहुत मज़बूत है। ट्रंप का कहना है कि उन्हें बिना किसी टैरिफ के इंडोनेशिया तक पहुँच मिलेगी।
--Advertisement--