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Up Kiran, Digital Desk: दोहा में हमास नेतृत्व के ठिकानों पर इजरायल की कार्रवाई के बाद पूरे अरब जगत में चिंता फैल गई है। इस कदम ने न केवल राजनीतिक स्तर पर हलचल मचाई बल्कि आम लोगों के बीच भी तनाव का माहौल बना दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला मध्य पूर्व की स्थिरता के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।

कतर के प्रधानमंत्री का तीखा बयान

हमले के तुरंत बाद कतर के पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस हमले ने गाजा में बंधकों की रिहाई की किसी भी संभावना को तोड़ दिया है। थानी ने इसे क्षेत्रीय शांति प्रयासों पर गंभीर आघात बताया।

अमेरिका का रुख और इजरायल को चेतावनी

कतर के बयान के बाद अमेरिका से भी प्रतिक्रिया आई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कतर को अमेरिका का अहम सहयोगी बताते हुए इजरायल को सावधानी बरतने का संदेश दिया। उन्होंने साफ कहा कि कतर ने वर्षों से हमास नेतृत्व को आश्रय इसलिए दिया था ताकि बातचीत का रास्ता खुला रहे। ट्रंप ने दोहा में हुई बमबारी को अप्रत्यक्ष रूप से अस्वीकार्य संकेत माना और कहा कि इजरायल को अपने कदमों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

ट्रंप की प्रेस वार्ता

न्यू जर्सी के मॉरिसटाउन एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा कि कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी एक दूरदर्शी नेता हैं और अमेरिका उन्हें काफी सम्मान से देखता है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि कतर के साथ गठजोड़ अमेरिका की मध्य पूर्व नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

तुर्किए की बढ़ती चिंता

दोहा हमले के बाद तुर्किए ने खुलकर अपनी बेचैनी जाहिर की है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रियर एडमिरल जेकी अकतूर्क ने कहा कि इस तरह की लापरवाह कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में तनाव और बढ़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि तुर्किए को अब आशंका है कि वह भी भविष्य में इजरायली कदमों का निशाना बन सकता है।