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Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य संबंधों की मजबूती को दर्शाते हुए, अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेठ अपनी आने वाली दक्षिण कोरिया यात्रा के दौरान असैन्यकृत क्षेत्र (Demilitarized Zone - DMZ) का दौरा करेंगे. यह इलाका उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया को अलग करता है और इसे दुनिया की सबसे तनावपूर्ण और भारी किलेबंदी वाली सीमाओं में से एक माना जाता है.

यह दौरा अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सालाना होने वाली सुरक्षा सलाहकार बैठक (Security Consultative Meeting) का हिस्सा है. इस बैठक में दोनों देशों के रक्षा प्रमुख उत्तर कोरिया की बढ़ती सैन्य धमकियों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा करते हैं.

क्यों खास है DMZ का यह दौरा?

DMZ का दौरा करना सिर्फ एक औपचारिक यात्रा नहीं होती, बल्कि इसका एक बड़ा सांकेतिक महत्व होता है. यह उत्तर कोरिया को एक सीधा और कड़ा संदेश देता है कि अमेरिका अपने सहयोगी दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. साथ ही, यह वहां तैनात अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सैनिकों का मनोबल भी बढ़ाता है.

इस बैठक में अमेरिकी रक्षा सचिव हेगसेठ और उनके दक्षिण कोरियाई समकक्ष शिन वोन-सिक के बीच कई मुद्दों पर बात होने की उम्मीद है, जिसमें उत्तर कोरिया के हालिया मिसाइल परीक्षणों का जवाब देना और दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग को और बढ़ाना शामिल है. हेगसेठ का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव अपने चरम पर है, इसलिए इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी गंभीरता से देखा जा रहा है.