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Up Kiran, Digital Desk: मुंगेर जिले में गुरुवार की शाम सियासत का बड़ा नजारा देखने को मिलेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी और भाकपा महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य सहित पूरा INDIA गठबंधन का काफिला देर शाम यहां पहुंचेगा। इनके आगमन ने शहरवासियों में भारी उत्सुकता पैदा कर दी है क्योंकि रात भर सभी नेता यहीं रुकने वाले हैं।

स्थानीय लोगों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर आदमपुर स्थित लाल खान चौक के पास करीब दस बीघा भूमि पर अस्थायी टेंट सिटी बनाई गई है। यहां न सिर्फ आरामगाह का इंतज़ाम किया गया है, बल्कि छोटे-बड़े कई पंडाल खड़े किए गए हैं। गठबंधन नेताओं के लिए विशेष कंटेनर वैन भी तैयार है जिसमें एयरकंडीशन कक्ष, बैठक स्थल और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। बताया जाता है कि संपूर्ण व्यवस्था और रात्रि विश्राम पर करीब ढाई से तीन करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।

दिल्ली से आए लगभग 80 स्वयंसेवकों की टीम तैयारियों में दिन-रात जुटी हुई है। खास बात यह है कि रात्रिभोज पूरी तरह शाकाहारी होगा और अगले दिन की यात्रा की शुरुआत पारंपरिक व्यंजन लिट्टी-चोखा के नाश्ते से होगी।

शुक्रवार की सुबह सफियाबाद से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का औपचारिक आगाज होगा। यात्रा का रूट भी पहले से तय है—यह सफियाबाद से निकलकर बिंदवाड़ा मोड़, खोजा बाजार, चंदन बाग होते हुए सोंझी घाट तक जाएगी। वहां से भगत सिंह चौक और आरडी एंड डीजे कॉलेज होकर आगे बांक, नौवागढ़ी, बरियारपुर, घोरघट होते हुए भागलपुर की ओर बढ़ेगी। इस दौरान रास्ते में खास स्वागत द्वार और सजावट की गई है, जिससे माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुका है।

यात्रा को सफल बनाने में गठबंधन दलों के कई स्थानीय नेता पूरी तन्मयता से जुटे हैं। राजद के प्रखंड स्तरीय बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष राजेश रमन (राजू यादव) और कांग्रेस नेता प्रो. देवराज सुमन लगातार व्यवस्थाओं पर निगाह रख रहे हैं।

सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क है। जिला पुलिस कप्तान सैयद इमरान मसूद ने जानकारी दी कि सीमावर्ती इलाके से लेकर मुख्य स्थल तक भारी तैनाती की गई है। लगभग 300 जवान, 150 डीएसपी स्तर के अधिकारी और 150 दंडाधिकारी मुस्तैद रहेंगे, जबकि क्यूआरटी की टीमें पूरे समय गश्ती करेंगी।

मुंगेर की जनता इस यात्रा को महज एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि आने वाले चुनावी समीकरणों की एक झलक मान रही है। सड़क किनारे जुटी भीड़, हाथों में बैनर-पोस्टर और नेताओं के प्रति उत्साह साफ संकेत देता है कि यह आयोजन यहां की स्थानीय जनता के लिए किसी उत्सव से कम नहीं होगा।

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