
Up Kiran , Digital Desk: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के माध्यम से राज्य के साथ सौतेला व्यवहार करने की भाजपा नीत केंद्र सरकार की किसी भी कोशिश को विफल करने की कसम खाई।
बीबीएमबी द्वारा पानी छोड़ने के कदम के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए नंगल कस्बे पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक तरफ पंजाब अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दुश्मन का बहादुरी से सामना कर रहा है और दूसरी तरफ केंद्र की भाजपा सरकार राज्य को पानी से वंचित करने के लिए गंदा खेल खेल रही है।’’
उन्होंने कहा कि पंजाब ‘बहुत सतर्क है क्योंकि पंजाब पुलिस पाकिस्तान के साथ 532 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा के लिए सेना की मदद कर रही है।’ मान ने कहा, ‘भाजपा इस तरह के नखरे दिखा रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।’ उन्होंने कहा, ‘इस गंभीर संकट की घड़ी में इससे बचना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सीमा और यहां तक कि राज्य के जल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने सीमा पर तनाव के बीच कहा, "जब बांधों पर ड्रोन दिखाई देते हैं, तो भाजपा हमें अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर कर रही है।"
मान ने कहा, "भाजपा राज्य सरकार के धैर्य की परीक्षा ले रही है और हमें अपने कीमती पानी को बचाने के लिए सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर कर रही है।" मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर किसान यूनियनों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और कहा कि उन्होंने इस संबंध में एक भी बयान जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वे केवल "तुच्छ मुद्दों पर सड़क और रेल नाकाबंदी करके अपनी दुकानें चला रहे हैं, लेकिन राज्य से संबंधित इस प्रमुख मुद्दे पर चुप हैं"। मुख्यमंत्री ने भाजपा और बीबीएमबी को चेतावनी दी कि उनके द्वारा किया गया ऐसा कोई भी प्रयास राज्य में कानून और व्यवस्था की बड़ी समस्या पैदा कर सकता है, उन्होंने कहा कि वे दोनों इस बड़े नुकसान के लिए जिम्मेदार होंगे। उन्होंने दोहराया कि राज्य के पास किसी अन्य राज्य के साथ साझा करने के लिए कोई अतिरिक्त पानी नहीं है, और पानी की एक बूंद भी किसी को नहीं दी जाएगी।
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