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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय न्यायपालिका की एक गरिमामयी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, देश के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश (CJI), जस्टिस बी.आर. गवई ने अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेज दी है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश, जस्टिस सूर्यकांत, को देश का अगला मुख्य न्यायाधीश बनाने का प्रस्ताव दिया है।

कैसे होती है यह नियुक्ति: यह भारतीय न्यायपालिका की एक स्थापित और सम्मानजनक परंपरा है। रिटायर होने से लगभग एक महीने पहले, मौजूदा मुख्य न्यायाधीश कानून मंत्रालय को अपने बाद सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज का नाम अपने उत्तराधिकारी के रूप में भेजते हैं। इस प्रक्रिया को 'मेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर' (MoP) कहा जाता है।

CJI बी.आर. गवई के इस कदम के बाद, अब यह सिफारिश कानून मंत्री के माध्यम से प्रधानमंत्री तक पहुंचेगी और अंत में राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद, जस्टिस सूर्यकांत की नियुक्ति पर अंतिम मुहर लगेगी।

कौन हैं जस्टिस सूर्यकांत: जस्टिस सूर्यकांत अपने लंबे और शानदार कानूनी करियर के लिए जाने जाते हैं। सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत होने से पहले, वे हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद पर कार्यरत थे। कानून के जानकारों के बीच वे अपनी दृढ़ता और संवैधानिक मामलों पर गहरी पकड़ के लिए प्रसिद्ध हैं।

वरिष्ठता के सिद्धांत के आधार पर उनका अगला CJI बनना लगभग तय है। इस प्रक्रिया के साथ ही, देश की सर्वोच्च अदालत में नेतृत्व के सहज हस्तांतरण की नींव रख दी गई है, जो लोकतंत्र में न्यायपालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता का एक मजबूत स्तंभ है।