
Up Kiran, Digital Desk: अस्ताना में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जो बिना कुछ कहे ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों की पूरी कहानी बयां कर रहा है। यह वीडियो उस वक्त का है जब दुनिया के बड़े-बड़े नेता एक साथ खड़े थे, और कैमरे में कैद हो गई कूटनीति की एक नायाब तस्वीर: एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की गहरी दोस्ती, और दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की खामोश मौजूदगी।
वीडियो में क्या है खास?
वीडियो में साफ दिख रहा है कि जब सभी नेता एक ग्रुप फोटो के लिए इकट्ठा हुए, तो पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन एक-दूसरे के बगल में खड़े थे और उनके बीच लगातार गर्मजोशी से बातचीत हो रही थी। दोनों नेता हंस रहे थे, एक-दूसरे से कुछ कह रहे थे, और उनकी बॉडी लैंग्वेज ऐसी थी जैसे दो पुराने दोस्त मिल रहे हों। यह वही केमिस्ट्री थी जो बाद में उस तस्वीर में भी दिखी, जब पुतिन खुद गाड़ी चलाकर पीएम मोदी को ले गए।
लेकिन इसी फ्रेम में, कुछ ही दूरी पर खड़े थे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ। वीडियो में वह इन दोनों नेताओं की तरफ देखते हुए और थोड़ा मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन उनकी बॉडी लैंग्वेज में एक औपचारिकता और दूरी साफ झलक रही थी। वह चुपचाप खड़े थे, और ऐसा लग रहा था मानो वह इस गर्मजोशी भरे माहौल का हिस्सा नहीं हैं।
दुनिया के लिए बड़ा संदेश
यह चंद सेकंड का वीडियो अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भारत के बढ़ते कद और पाकिस्तान के अलग-थलग पड़ने का एक बड़ा प्रतीक बन गया है। यह दिखाता है कि कैसे भारत आज रूस और अमेरिका जैसे शक्तिशाली देशों के साथ बराबरी पर खड़े होकर बात करता है, जबकि आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की छवि ने उसे वैश्विक मंचों पर काफी हद तक अकेला कर दिया है।
एक तरफ जहां मोदी और पुतिन की दोस्ती की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है, वहीं दूसरी तरफ शहबाज शरीफ की यह खामोशी पाकिस्तान की मौजूदा कूटनीतिक चुनौतियों को उजागर करती है। यह वीडियो इस बात का सबूत है कि आज दुनिया भारत के साथ खड़े होना चाहती है, और जो देश आतंकवाद जैसे मुद्दों पर अपना रुख साफ नहीं करते, उनके लिए इन शक्तिशाली क्लबों में जगह बनाना कितना मुश्किल होता जा रहा है।
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