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भले ही सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता हो, मगर विराट कोहली वनडे क्रिकेट के बादशाह हैं। बांग्लादेश और श्रीलंका के विरूद्ध हाल ही में समाप्त हुई वनडे सीरीज में, विराट ने शतक के साथ स्कोरिंग की शुरुआत की। इन पारियों से उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि वनडे क्रिकेट में उनकी बराबरी करने वाला कोई नहीं है। रिटायर्ड महान क्रिकेटरों को छोड़ दें तो कोई भी मौजूदा खिलाड़ी कोहली के करीब भी नहीं है. मैं निम्नलिखित आँकड़ों की मदद से अपनी बात सिद्ध करूँगा।

क्या 3 साल और क्रिकेट खलेंगे कोहली?

आंकड़े बताते हैं कि 259 पारियों तक विराट सचिन से काफी आगे निकल गए। कोहली यदि तेंदलुकर जितना क्रिकेट खेल लें तो अकेले वनडे क्रिकेट में ही 25 हजार से ज्यादा रन बना लेंगे। इस रूप में वह शतकों का शतक भी पूरा कर सकते हैं। विराट इस समय 34 साल के हैं। 3 या 2 साल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल सकते हैं। इस साल विश्व कप भारत में होगा।

ऐसे में उनकी फॉर्म में वापसी भारतीय प्रशंसकों के लिए सुखद अनुभव होना चाहिए। हर कोई विराट के निजी योगदान से ज्यादा देश को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में उनका योगदान देखना चाहता है. कोहली देश के लिए सब कुछ न्यौछावर करने वाले खिलाड़ी हैं। बशीर बद्र की ये पंक्तियां बिल्कुल कोहली पर फिट बैठती हैं. वे कहते हैं... 'जिस दिन से चला हूँ मिरी मंज़िल पे नज़र है, आँखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा !'

वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे क्रिकेटरों में, रोहित शर्मा कोहली के सबसे करीब हैं। रनों के मामले में भले ही विराट सचिन से पीछे हैं, मगर उनका औसत उनकी महानता साबित करता है। वनडे क्रिकेट में सचिन का औसत लगभग 45 का था जबकि विराट का औसत 58 से भी ज्यादा का है.

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