Up kiran,Digital Desk : उत्तराखंड के लिए सोमवार का दिन कई परिवारों पर कहर बनकर टूटा। एक ही दिन में प्रदेश के अलग-अलग कोनों से चार लोगों के अपनी जिंदगी से हार मानने की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया है। इनमें से दो तो बीटेक के होनहार छात्र थे, जिनके कंधों पर भविष्य की जिम्मेदारी थी। इन घटनाओं ने एक बार फिर युवाओं में बढ़ते मानसिक तनाव और हमारे सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पंतनगर यूनिवर्सिटी में 12 घंटे के भीतर दो बड़ी घटनाएं
सबसे ज्यादा दुखद खबरें पंतनगर की मशहूर गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी से आईं। यहां के रजत जयंती हॉस्टल में रहने वाले बीटेक थर्ड ईयर के छात्र अक्षत सैनी ने अपने कमरे में फंदे से लटककर जान दे दी। पुलिस का कहना है कि वह लंबे समय से मानसिक तनाव से जूझ रहा था।
इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इस घटना के महज 12 घंटे बाद, रात के करीब साढ़े दस बजे, उसी यूनिवर्सिटी के एक और छात्र ने अपनी जान देने की कोशिश की। विश्वेश्वरैया हॉस्टल में रहने वाले इलेक्ट्रिकल फाइनल ईयर के छात्र विवेक आर्य की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
एक डायरी, जिसमें दफन था अक्षत का दर्द
जब पुलिस ने अक्षत सैनी के कमरे की तलाशी ली, तो उन्हें कोई सुसाइड नोट तो नहीं मिला, लेकिन एक डायरी जरूर मिली। यह डायरी बताती है कि अक्षत किस भयानक मानसिक उलझन से गुजर रहा था। वह हर रोज अपनी जिंदगी की छोटी-बड़ी बातें उसमें लिखता था। वह खुद से ही सवाल करता और खुद ही उनके जवाब ढूंढने की कोशिश में लगा रहता।
उसने किसी से भी अपने मन की बात खुलकर नहीं कही। डायरी में लिखी एक बात दिल दहला देती है - "वह हार मान लेगा तो लोग सोचेंगे कि उससे पढ़ाई नहीं हो पा रही है।" समाज और लोगों की सोच का दबाव उस पर कितना भारी था, यह इस एक लाइन से साफ पता चलता है। जिस दिन अक्षत ने यह कदम उठाया, उस दिन उसकी परीक्षा थी।
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं, पर कब जागेगा प्रशासन?
पंतनगर यूनिवर्सिटी में यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले पांच सालों में यहां चार छात्र ऐसे कदम उठा चुके हैं। कुछ महीने पहले 12 सितंबर को भी एक छात्र ने आत्महत्या की थी, लेकिन देश के इस पहले कृषि विश्वविद्यालय में आज तक एक स्थायी काउंसलर तक की नियुक्ति नहीं हो पाई है, जो छात्रों से बात कर सके और उनका तनाव कम कर सके।
हरिद्वार में भी मिले दो शव
उधर, हरिद्वार जिले में भी दो अलग-अलग जगहों पर पेड़ों से लटके शव मिले। बहादराबाद में एक युवक ने आम के बाग में फांसी लगा ली। वहीं, राजाजी नेशनल पार्क के जंगल में भी एक अज्ञात युवक का शव पेड़ से लटका मिला, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है।
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