
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर एक अच्छी ख़बर दी है. RBI ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की विकास दर का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है. आसान भाषा में कहें तो अब उम्मीद है कि देश की अर्थव्यवस्था पहले के अनुमान से कहीं ज़्यादा तेज़ी से बढ़ेगी.
क्यों बढ़ा यह अनुमान: RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा के मुताबिक, इस optimism के पीछे दो बड़ी वजहें हैं:
अच्छा मानसून: इस साल मानसून के सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद है, जिससे खेती-किसानी को काफ़ी फ़ायदा होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मज़बूत होगी.
GST दरों में सुधार: गुड्स एंड सर्विसेज़ टैक्स (GST) की दरों में किए गए सुधारों से महंगाई पर लगाम लगने की उम्मीद है. जब महंगाई कम होगी, तो लोग ज़्यादा ख़र्च करेंगे, जिससे बाज़ार में मांग बढ़ेगी और विकास को रफ़्तार मिलेगी.
गवर्नर ने कहा, "अच्छे मानसून से भारतीय अर्थव्यवस्था ने पहली तिमाही में मज़बूती दिखाई है. साथ ही, महंगाई में भी काफ़ी कमी आई है, जो एक राहत की बात है."
एक चिंता भी है: इस अच्छी ख़बर के बीच एक चिंता भी है. अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ की वजह से भारत के एक्सपोर्ट यानी निर्यात पर असर पड़ सकता है, जिससे उसमें कुछ कमी देखने को मिल सकती है.
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, RBI ने आने वाली तिमाहियों के लिए भी विकास दर का अनुमान बताया है. दूसरी तिमाही में 7.0%, तीसरी में 6.4% और चौथी तिमाही में 6.2% की दर से विकास का अनुमान लगाया गया है.