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Up Kiran, Digital Desk: कार्तिक मास के पवित्र महीने में श्रीशैलम देवस्थानम द्वारा 22 अक्टूबर से 21 नवंबर तक विशेष उत्सव मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में, आज शुक्रवार की शाम को पाताल गंगा के तट पर पवित्र 'कृष्णम्मा हारती' का आयोजन किया जाएगा, जो इस उत्सव का एक मुख्य आकर्षण है.

मंदिर प्रशासन ने इस भव्य आयोजन के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं ताकि यहां आने वाले भक्तों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो.

मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, इस कार्यक्रम की शुरुआत मंदिर के पुजारी 'संकल्पम' के पाठ से करेंगे. इसमें पूरी दुनिया के कल्याण की प्रार्थना की जाएगी. इसके बाद, किसी भी काम को बिना किसी बाधा के पूरा करने के लिए महा गणपति पूजा होगी.

बाद में, पाताल गंगा के किनारे स्थापित कृष्णवेणी नदीमथल्ली (यानी कृष्णा नदी की देवी) की मूर्ति की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी और उन्हें साड़ी अर्पित की जाएगी.

इस आरती की सबसे खास बात यह है कि इसमें देवी को 10 अलग-अलग तरह की पारंपरिक आरतियां दी जाएंगी, जिनमें एक हारती, नेत्र हारती, बिल्व हारती, नाग हारती, पंच हारती, कुंभ हारती और कपूर हारती जैसी आरतियां शामिल हैं.

हर आरती का अपना एक अलग आध्यात्मिक महत्व है. ऐसी मान्यता है कि इन आरतियों के दर्शन करने से मन को शांति, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि मिलती है. साथ ही, जीवन के सारे पाप और बाधाएं दूर हो जाती हैं. देवस्थानम के अधिकारियों ने सभी भक्तों से इस पवित्र कार्यक्रम में शामिल होने और देवी कृष्णवेणी का आशीर्वाद लेने की अपील की है.

पाताल गंगा में होने वाली यह कृष्णम्मा आरती कार्तिक मास उत्सव का एक प्रमुख आध्यात्मिक आकर्षण रही है, और इसे देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं.