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Up Kiran, Digital Desk: देश में हवाई यातायात कंट्रोल करने वाले संगठन, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स (एटीसी) गिल्ड ने हाल ही में हुई एअरस्पेस मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर (AMSS) में गड़बड़ी की एक बड़ी सरकारी जांच की मांग की है. यह मुद्दा बेहद गंभीर है क्योंकि हवाई यातायात की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. गिल्ड का कहना है कि यह केवल एक तकनीकी खराबी नहीं थी, बल्कि इसकी गंभीरता को देखते हुए एक विस्तृत और निष्पक्ष जांच जरूरी है.

दरअसल, यह पूरा मामला हाल ही में मुंबई के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सेंटर में आई एक बड़ी समस्या से जुड़ा है. इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण लगभग एक घंटे से अधिक समय तक हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ था. कल्पना कीजिए, आसमान में उड़ रहे विमानों के लिए एक क्षण की भी देरी या तकनीकी खामी कितनी खतरनाक हो सकती है. इसी वजह से एटीसी गिल्ड ने मांग की है कि सरकार इस पूरे मामले की गहनता से जांच करवाए.

गिल्ड ने अपने बयान में कहा है कि एएमएसएस (AMSS) में खराबी की यह घटना हवाई यातायात प्रबंधन में कई सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकती थी. अगर समय रहते इसे ठीक न किया गया होता या कोई बड़ी घटना घट गई होती, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते थे. ऐसे में यह पता लगाना बेहद ज़रूरी है कि यह खराबी क्यों आई, इसमें किसकी गलती थी, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं.

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि जांच केवल तकनीकी पहलुओं तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि इसमें उन प्रक्रियाओं और प्रणालियों को भी शामिल किया जाना चाहिए जिनकी वजह से ऐसी गड़बड़ी उत्पन्न हुई. एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स (वायु यातायात नियंत्रक) दिन-रात हवाई जहाज को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने का काम करते हैं, और उन्हें एक ऐसी प्रणाली की जरूरत है जो पूरी तरह से भरोसेमंद हो. गिल्ड का यह कदम हवाई यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसे किसी भी बड़े हादसे को टालने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. अब देखना होगा कि सरकार इस मांग पर क्या प्रतिक्रिया देती है और कब तक इस जांच को शुरू किया जाता है.