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हाई कोर्ट द्वारा गिरफ्तारी से राहत देने से इनकार करने के बाद ईडी के अधिकारी दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंचे थे। दो घंटे की पूछताछ के बाद देर रात ईडी ने केजरीवाल को अरेस्ट कर लिया। इससे राजनीति गरमा गई है और अब कई लोगों की नजर इस बात पर है कि क्या केजरीवाल CM पद से इस्तीफा देंगे या जेल से सरकार चलाएंगे।

अरविंद केजरीवाल पद पर रहते हुए अऱेस्ट होने वाले पहले CM हैं। पिछले महीने झारखंड के CM हेमंत सोरेन को ईडी ने अऱेस्ट किया था। मगर सोरेन ने पहले ही CM पद से इस्तीफा दे दिया था। आप ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश बताया। विपक्षी दल भी इसका विरोध कर रहे हैं।

वहीं, केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी अब सुप्रीम कोर्ट जाएगी। ईडी के पीएमएलए एक्ट के मुताबिक एक बार अऱेस्ट होने के बाद व्यक्ति को जल्दी जमानत नहीं मिलती है। लोकसभा चुनाव शुरू हो चुका है। इसके चलते केजरीवाल को जेल में ही रहना पड़ेगा। केजरीवाल के कुछ साथी पहले से ही ईडी जेल में हैं। कथित उत्पाद शुल्क घोटाले में केजरीवाल को जेल भी जाना पड़ा।

क्या केजरीवाल देंगे इस्तीफा? इस मुद्दे पर आप नेता नेता ने कहा कि जेल से ही CM के तौर पर वो सरकार चलाएंगे। उन्हें ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि इस वजह से वह दिल्ली के CM बने रहेंगे।

दरअसल ऐसा कोई कानून नहीं है। किसी भी कैदी को जेल में प्रवेश करने के बाद जेल के नियमों का पालन करना पड़ता है। उसके सभी विशेषाधिकार समाप्त कर दिये गये हैं। मगर मौलिक अधिकार कायम हैं। एक नियम के रूप में, कैदियों या कच्चे कैदियों को सप्ताह में एक बार अपने परिवार से मिलने की अनुमति दी जाती है। ये अपॉइंटमेंट आधे घंटे के लिए है। दूसरी बात ये है कि कोई नेता जेल से चुनाव तो लड़ सकता है, मगर वहां कोई सभा नहीं कर सकता।

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