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Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के आगरा में विश्व आलू केंद्र (World Potato Centre) की स्थापना को मंजूरी दे दी है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत में आलू अनुसंधान और विकास को एक नई दिशा देगा, साथ ही आलू उत्पादक किसानों के लिए भी नए अवसर पैदा करेगा।

यह विश्व स्तरीय केंद्र आगरा के फाजिलपुर क्षेत्र में स्थित आलू अनुसंधान संस्थान (Central Potato Research Institute - CPRI) के मौजूदा परिसर में स्थापित किया जाएगा। इस केंद्र का उद्देश्य आलू की खेती, प्रसंस्करण (प्रोसेसिंग) और उपयोग के क्षेत्र में विश्व स्तरीय अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना है।

इस केंद्र की स्थापना के मुख्य उद्देश्य:

उत्पादकता में वृद्धि: आलू की नई और बेहतर किस्मों का विकास करना जो अधिक उपज देने वाली, रोग प्रतिरोधी और जलवायु परिवर्तन के प्रति अनुकूल हों। इससे किसानों की आय बढ़ेगी।

गुणवत्ता सुधार: आलू की गुणवत्ता, पोषण मूल्य और भंडारण क्षमता में सुधार के लिए अनुसंधान करना।

मूल्य संवर्धन: आलू-आधारित उत्पादों के प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन के लिए नई तकनीकों और विधियों का विकास करना, जिससे किसानों को उनके उत्पाद का बेहतर दाम मिल सके।

किसानों को प्रशिक्षण: आलू उत्पादक किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों, कीट नियंत्रण और कटाई के बाद के प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षित करना।

वैश्विक सहयोग: आलू अनुसंधान के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और विशेषज्ञों के साथ सहयोग स्थापित करना, ताकि नवीनतम ज्ञान और प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान हो सके।

कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह केंद्र आलू उत्पादन में भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगा और देश को वैश्विक आलू बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा। यह उत्तर प्रदेश के कृषि क्षेत्र के लिए एक बड़ा बूस्टर शॉट साबित होगा, खासकर उन किसानों के लिए जो आलू की खेती पर निर्भर हैं। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी। इस पहल से आलू क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

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