अमेरिका के रक्षामंत्री लॉर्ड ऑस्टिन भारत यात्रा पर आए। इस दौरान भारत और अमेरिका ने चीन की आक्रामकता के खिलाफ एकजुट होकर बोला।
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक दो हफ्ते पहले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षामंत्री लॉर्ड ऑस्टिन के बीच बातचीत हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए नए ढांचे को अंतिम रूप दिया गया। ये कदम हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता के खिलाफ उठाया गया।
अमेरिकी रक्षा मंत्री का इस यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका ने हथियारों और उपकरणों की काफी वक्त तक आपूर्ति व्यवस्था के लिए दो अहम समझौते पर बातचीत शुरू करने का निर्णय़ लिया है।
दोनों देशों ने सैन्य मंच और उपकरणों का साथ मिलकर विकास करने के लिए अलग अलग परियोजनाओं को उच्च प्राथमिकता देने के वास्ते रक्षा औद्योगिक सहयोग की महत्वाकांक्षी रूपरेखा तय की।
दोनों देशों के नेताओं ने आपूर्ति व्यवस्था की सुरक्षा के लिए एक ढांचे को और पारस्परिक रक्षा खरीद समझौते पर बातचीत शुरू करने का भी फैसला किया जो लंबी अवधि की आपूर्ति श्रृंखला स्थिरता को बढ़ावा देगा।
अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि भारत अमेरिका सहयोग मायने रखता है क्योंकि हम सभी तेजी से बदलती दुनिया देख रहे हैं और चीन की दादागिरी भी।

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