वेस्ट बंगाल में AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी नई पार्टी बनाने जा रहे हैं। सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। आगामी 10 जनवरी को इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है। नई पार्टी के बैनर तले वह असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे।
हाल में ओवैसी बंगाल आए थे और अब्बास के साथ मुलाकात की थी । इस दौरान दोनों नेताओं ने मिल कर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। सूत्रों का कहना है कि अब्बास सिद्दीकी नई पार्टी के गठन के बाद शीघ्र ही ओवैसी बंगाल में सेक्युलर फ्रंट बनाएंगे। यह फ्रंट कांग्रेस, माकपा और तृणमूल के साथ समान दूरी बनाकर चुनाव में लड़ाई करेगा।
बता दें फुरफुरा शरीफ दरगाह के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने ममता बनर्जी को राज्य की सत्ता तक पहुंचाने वाले सिंगूर और नंदीग्राम आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई थी। बंगाल के हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ विख्यात दरगाह का दक्षिण बंगाल के कई इलाकों में राजनीतिक वर्चस्व है। जब राज्य में माकपा की सरकार थी तो ममता बनर्जी ने इसी दरगाह की मदद से सिंगूर और नंदीग्राम जैसे दो बड़े आंदोलन में अल्पसंख्यकों का सहयोग हासिल किया था।
अब्बास सिद्दीकी के करीबी लोगों का कहना है कि गठबंधन बंगाल की लगभग 80 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रहा है। बंगाल में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं। बंगाल की कुल आबादी का 30 फीसदी जनसंख्या मुस्लिमों का है। मुर्शिदाबाद, मालदा, बीरभूम, दक्षिण 24 पगगना, उत्तर 24 परगना सहित विभिन्न जिलों में कई विधानसभा सीटें मुस्लिम बहुल हैं और उनका काफी प्रभाव है।