Constipation in Hindi: अगर आप भी ऐसी आदतों के आदी हैं तो छोड़ दीजिए बन सकती हैं कब्ज का कारण

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बदलती जीवनशैली, गलत खान पान और शारीरिक श्रम की कमी से लगभग हर तीसरे व्यक्ति को कब्ज की समस्या है, हालांकि इनके अलावा और भी कुछ आदतें हैं जो कब्ज का कारण बन सकती हैं। कब्ज कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन यह और भी बहुत सारे पेट के विकार उत्पन्न कर सकती है। गलत खान पान और शारीरिक श्रम की कमी ही मुख्य रूप से कब्ज का कारण है। आंकड़ों के अनुसार, कब्ज संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे आम पाचन समस्याओं में से एक है।  100 अमेरिकी वयस्कों में से लगभग 16 को कब्ज है।60 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों के लिए यह आंकड़ा दोगुना हो जाता है।

कब्ज का कारण

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इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताएंगे जो आप प्रतिदिन की जिंदगी में अपनाते हैं, ये आदतें कब्ज का कारण बन सकती है। कब्ज का कारण के अलावा हम कब्ज के लक्षण एवं उपचार के बारे जानकारी प्राप्त करेंगे।कब्ज का कारण जानने से पहले हमको कब्ज के बारे में संक्षेप में बताएंगे।

कब्ज क्या होता है

कब्ज एक ऐसी स्थिति को कहते हैं जब किसी व्यक्ति को कठोर और सूखा मल होता है।कब्ज से पीड़ित व्यक्ति  सप्ताह में तीन बार से या इससे कम बार मल त्याग करते हैं।

कब्ज कैसे हो जाता है

कब्ज तब होता है जब बड़ी आंत आंशिक भोजन (मल) से बहुत अधिक पानी को अवशोषित करती है, जिससे मल सूख जाता है और मल को बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।भोजन सामान्य रूप से पाचन तंत्र के मार्ग में गति करता रहता है और विभिन्न अंगों से पोषक तत्व अवशोषित होते हैं।  आंशिक रूप से पचा भोजन (अपशिष्ट) जो रहता है छोटी आंत से बड़ी आंत में चला जाता है, जिसे कोलन (Colon) भी कहा जाता है।

बृहदान्त्र इस आंशिक भोजन से पानी को अवशोषित कर लेता है, जिससे मल नामक एक ठोस पदार्थ बनाता है।यदि आपको कब्ज है, तो भोजन पाचन तंत्र से बहुत धीमी गति से आगे बढ़ता है।  जिससे बृहदान्त्र (Large intestine) को आंशिक भोजन से पानी को अवशोषित करने के लिए और अधिक समय मिल जाता है जिससे मल सूख जाता है, सख्त हो जाता है और बाहर निकालना मुश्किल हो जाता है।

कब्ज के लक्षण

प्रत्येक व्यक्ति की मल त्याग की आदतें अलग होती हैं।  कुछ लोग दिन में तीन बार जाते हैं, जबकि अन्य सप्ताह में तीन बार जाते हैं।

हालाँकि, यदि आप निम्न लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो आपको कब्ज़ हो सकता है:

  • एक सप्ताह में तीन से कम मल त्याग
  • ढेलेदार, सख्त, या सूखा मल होना
  • मल त्याग के दौरान तनाव महसूस होना या दर्द होना
  • मल त्याग करने के बाद भी संतुष्टता का अनुभव न होना

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Disease या NIDDK) ने सलाह दी है कि यदि उपरोक्त लक्षण दूर दिखते हैं या यदि आप निम्न लक्षणों को नोटिस करते हैं तो आपको चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए:

  • मलाशय से खून निकलना
  • मल के साथ खून आना
  • लगातार पेट दर्द होना
  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना
  • पेट फूलना
  • पेट में गैस बनना
  • उल्टी करना
  • बुखार
  • बिना वजह के वजन में कमी होना
  • मल त्याग के समय में परिवर्तन होना

कब्ज क्यों होता है

कब्ज किसी एक कारण से नहीं होता है, कब्ज के कारणों को निम्न श्रेणियों में बांटा गया है।

  1. सामान्य जीवनशैली की आदतें
  2. दवाएं
  3. मेडिकल कंडीशंस

सामान्य जीवनशैली की आदतें

निम्न आदतें हैं जो कब्ज का कारण बन सकती हैं।

  • कम फाइबर वाले खाद्य पदार्थ खाना।
  • पर्याप्त पानी नहीं पीना (निर्जलीकरण)।
  • पर्याप्त व्यायाम नहीं करना।
  • नियमित दिनचर्या में बदलाव, जैसे यात्रा करना या खाना या अलग-अलग समय पर बिस्तर पर जाना।
  • बड़ी मात्रा में दूध या पनीर खाना।
  • तनाव।
  • समय पर मलत्याग न करना या मलत्याग की इच्छा होने पर भी मलत्याग न करना।

दवाएं

निम्न प्रकार की दवाओं के उपयोग से कब्ज हो सकता है।

  • दर्द की दवाएं, जैसे कोडीन (Codeine), ऑक्सीकोडोन और हाइड्रोमोर्फोन (Hydromorphone)
  • नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (Nonsteroidal anti-inflammatory drugs), जैसे इबुप्रोफेन (Ibuprofen) और नेप्रोक्सन (Naproxen)
  • सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर (Selective serotonin reuptake inhibitors) जैसे फ्लुओक्सेटीन (Fluoxetine) या ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट्स (Tricyclic antidepressants) जैसे एमिट्रिप्टिलाइन [amitriptyline]) सहित एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressant)
  • कैल्शियम या एल्यूमीनियम युक्त एंटासिड (Antacid), जैसे टम्स।
  • आयरन की गोलियां।
  • एलर्जी की दवाएं, जैसे, एंटीहिस्टामाइन (Antihistamine), जैसे डिपेनहाइड्रामाइन (Diphenhydramine) [Benadryl-बेनाड्रिल])।
  • कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स (Calcium channel blockers), जैसे वेरापामिल (Verapamil) डिल्टियाज़ेम (Diltiazem) और निफ़ेडिपिन (Nifedipine) और बीटा-ब्लॉकर्स, जैसे एटेनोलोल (Atenolol) सहित कुछ रक्तचाप (Blood pressure)की दवाएं।
  • मनोरोग दवाएं, जैसे क्लोज़ापाइन (Clozapine) और ओलानज़ापाइन (Olanzapine)।
  • एंटीकॉन्वेलसेंट दवाएं (Anticonvulsant drugs) जैसे, फ़िनाइटोइन (Phenytoin)।
  • एंटीनोसिया दवाएं (Anti Nausea drugs), जैसे ऑनडेंसट्रॉन (Ondansetron)

मेडिकल कंडिशंस

कुछ निम्न मेडिकल कंडिशंस है जो कब्ज का कारण बन सकती हैं।

  • हाइपोथायरॉइडिज्म (Hypothyroidism)
  • डायबिटीज (Diabetes)
  • यूरेमिया (Uremia)
  • Hypercalcemia
  • कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal cancer)
  • Irritable bowel syndrome या IBS
  • स्पाइनल कॉर्ड इंजरी (Spinal cord injury)
  • मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple sclerosis)
  • पार्किनसन्स डिजीज (Parkinson disease)

कब्ज से कौन कौन सी दिक्कते आ सकती हैं

कब्ज का अगर समय रहते इलाज न हुआ तो निम्न प्रकार की दिक्कते आ सकती हैं।

  • मलद्वार की नसों में सूजन आ जाना (Hemorrhoids)
  • मलद्वार की त्वचा का सिकुड़ जाना और चोटिल हो जाना (Anal fissure)

कब्ज के उपचार

कब्ज कुछ निम्न टिप्स को फॉलो करके दूर किया जा सकता है।

  • खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाना
  • रोज 7 से 8 ग्लास पानी पीना
  • रोज 30 मिनट व्यायाम (Workouts) करना
  • मलत्याग का एक निर्धारित समय बना ले
  • अल्कोहल (Alcohol) और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन कम या बंद कर देना.

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