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भारत में झारखंड, यूपी औऱ बिहार सहित कई प्रदेशों में सांप काटने का उपचार कम जागरुकता के कारण नहीं हो पाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अब भी सांप काटने पर झाड़-फूंक पर भरोसा करते हैं, जिससे अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।

सांप काटने पर यदि वक्त रहते उपचार कर दिया जाए, तो पीड़ित के बचने की संभावना 70 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। सर्प दंश के उपचार को लेकर डॉक्टर विनीत महोबिया ने अहम सलाह दी है। सांप काटने के बाद तुरंत समय रहते उपचार करना बहुत जरुरी है।

डॉक्टर के अनुसार, कि सांप यदि काट ले, तो इंजेक्शन की सिरिंज को इस्तेमाल में ले सकते हैं. सांप के कांटे हुई जगह पर सिरिंज की सहायता से उसे खींचकर उसके जहर को बाहर निकाल सकते हैं. इस प्रकार व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है और उसके बाद आनन फानन डॉक्टर और अस्पताल पहुंचकर उपचार करवा सकते हैं।

बता दें कि सांप काटने के वक्त को नोट करें और मुमकिन हो तो सांप का तस्वीर खींच लें. ऐसा करने से वैध को उपचार करने में आसानी होगी, क्योंकि सांप काटने का उपचार अक्सर सांप के एंटीवेनम से ही होता है. सांप यदि डस ले, तो जरा भी ना घबराए, बस प्रयास करें कि वक्त रहते डॉक्टर के पास पहुंचे।

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