मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में हिंदू युवक से लव मैरिज करने वाली मुस्लिम युवती आखिरकार मोहब्बत की ‘जंग’ जीत गई। पुलिस ने युवती को बरामद कर बयान के लिए कोर्ट में पेश किया, जहां मुस्लिम से हिंदू बनी युवती ने खुद को बालिग बताते हुए अपने प्रेमी के साथ शादी करने के सुबूत पेश कर दिए। इसके बाद कोर्ट ने युवती को उसके पति के घर भेजे जाने के आदेश दे दिए। फिलहाल, युवक के परिवार ने भी युवती को स्वीकार कर लिया है। अब परिवार के लोग शादी की पार्टी की तैयारियों में जुटे हैं।
नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर एल ब्लॉक निवासी हरिओम मदान की कन्फेक्शनरी की दुकान है। इसी दुकान पर अक्सर हरिओम का बेटा नमन भी बैठता था। इसी बीच दुकान पर आने वाली जैदी फार्म निवासी फरहा और नमन को प्रेम हो गया। दोनों की मोहब्बत परवान चढ़ गई। परिवार के लोगों को भनक लगने से पहले ही युवक और युवती बीती 13 दिसंबर को अपने घर से फरार हो गए।
मामला दो संप्रदायों से जुड़ा होने के कारण घटना के चलते दोनों ही परिवारों में हड़कंप मच गया। युवती के परिजनों ने जहां नमन पर उसके अपहरण का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी तो वहीं नमन के पक्ष में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने थाने पर हंगामा करते हुए उसके साथ अनहोनी की आशंका जताई। इसके बाद एक्शन मोड में आते हुए पुलिस ने 16 दिसंबर को नमन और फरहा को ऋषिकेश से बरामद कर लिया।
नमन और फरहा को बरामद करने के बाद दोनों को पुलिस मेरठ लेकर पहुंची। शुक्रवार को पुलिस ने बयान के लिए फरहा को कोर्ट में पेश किया, जहां जज के सामने फरहा ने बताया कि उसकी उम्र 23 साल है और वह बालिग है। फरहा ने बताया कि उसने अपनी मर्जी से अपने प्रेमी नमन के साथ ऋषिकेश के एक मंदिर में शादी कर ली है। वहीं, अब अपना नाम बदलकर माही रख लिया है। फरहा उर्फ माही ने कोर्ट में अपनी शादी के प्रमाण भी पेश किए। इसी के साथ अपने पति नमन के घर जाने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद कोर्ट ने फरहा को उसकी ससुराल भेजे जाने के आदेश दिए। नमन के परिजनों ने बताया कि शादी के बाद नमन और फरहा दोनों ही बेहद खुश हैं।