बिहार चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अब पश्चिम बंगाल में भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बिहार चुनाव में पांच सीटों पर जीत के बाद ओवैसी ने कहा कि वह अपनी पार्टी का विस्तार उत्तर प्रदेश और बंगाल में भी करने की योजना बना रहे हैं।
ओवैसी ने कहा कि पार्टी पूर्वी राज्य के सीमांचल क्षेत्र में न्याय की लड़ाई लड़ेगी। भाजपा का विरोध करने वाली पार्टियों के वोट बांटने के आरोप पर ओवैसी ने कहा कि वह एक राजनीतिक पार्टी चला रहे हैं और पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। उनसे पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी अन्य राज्यों में भी चुनाव लड़ेगी तो उन्होंने कहा कि आपका मतलब है कि हमें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।
आप (कांग्रेस) महाराष्ट्र में शिवसेना की गोद में जा बैठे। क्या किसी ने पूछा कि आप चुनाव क्यों लड़ते हैं…मैं पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और देश में हर चुनाव लड़ूंगा। मुझे क्या चुनाव लड़ने के लिए किसी से मंजूरी लेने की जरूरत है।
बिहार चुनाव में ‘एआईएमआईएम’ को पश्चिम बंगाल के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा कथित तौर पर वोट कटवा पार्टी बोलने पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि उन्होंने (चौधरी ने) अपने विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिमों के लिए क्या कल्याणकारी काम किए हैं। उन्होंने कहा एआईएमआईएम पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ेगी…एआईएमआईएम बंगाल आ रही है।
उल्लेखनीय है कि ओवैसी की पार्टी ने बिहार के सीमांचल की 30 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इनमें पांच सीटों पर जीत मिली है, जिनमें बहादुर गंज, कोचधामन, जोकिहट, अमौर, बैसी हैं। ये सभी सीटें कांग्रेस और आरजेडी की रही थी।
ओवैसी को कुल 1.24 फीसदी वोट मिले हैं। एआईएमआईएम बिहार व तेलंगाना के अतिरिक्त के महाराष्ट्र में दो विधायक व एक सांसद हैं।बिहार विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करते हुए पांच सीटें जीतने के बाद उत्साहित एआईएमआईएम अब उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी अपने पांव पसारने के लिए उत्सुक है।