13 साल पहले नौकरी की तलाश में हैदराबाद गए शख्स को उसके परिजनों ने मृत मान लिया। एक माह पूर्व जब वह घर लौटा तो पता चला कि रिश्तेदार ने उसकी वाइफ की शादी छोटे भाई (देवर) से करा दी है। जिससे उनका एक बच्चा भी है। जिसके बाद शख्स डिप्रेशन में रहने लगा। इसी बीच सोमवार की शाम जब घर में कोई नहीं था तो फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
ये घटना गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र की है। बैलों गांव के निवासी संत कुमार ने हैदराबाद जाने के बाद परिजनों से नाता तोड़ लिया। घर पर मौजूद पत्नी, दो बच्चों के साथ ही मां व छोटे भाई रामू की कोई खोज खबर नहीं ली। 13 वर्ष तक उसने किसी से रिश्तेदार को अपनी मौजूदगी का अहसास तक नहीं करवाया।
परेशान परिजनों ने खोजबीन की मगर कुछ पता नहीं चला। 8 बरस तक प्रतीक्षा करने के बाद परिजनों ने युवक को मृत मान लिया। तत्पश्चात उसकी वाइफ देवर रामू संग रहने लगी। जिससे उसका 3 वर्ष का एक बेटा भी है।
तो वहीं छोटे भाई से वाइफ की शादी होने की सूचना मिलने के बाद डिप्रेशन में रहने लगा। बीती शाम चार बजे परिजन खेत की तरफ गए थे। घर पर मौजूद संत प्रसाद ने छत की कुंडी में वाइफ की साड़ी को बांधकर फांसी से लटक गया। घर पहुंचने के बाद परिजनों को इसकी सूचना हुई तो डायल 112 पर कॉल कर बताया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।