उत्तर प्रदेश ॥ जिसका पूरा शासन ही आतंकवादियों व अपराधियों को पनाह देने में गुजर गया हो, वह आज के सुशासन पर कराह रहा है और अपराधियों से सांठगांठ का आरोप लगा रहा है। अखिलेश यादव वह दिन भूल गये, जब एक आतंकी खालिद मुजाहिद की लू लगने से मौत हो गयी तो उन्होंने 42 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था। ये बातें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहीं।
वे एक न्यूज एजेंसी से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बुधवार को किये गये ट्वीट “ उत्तर प्रदेश सत्ता व अपराध के गठजोड़ का गठजोड़ हो गया है। यहां तथाकथित निष्पक्ष जांच भी उनसे करवाई जा रही है, जो खुद कठघरे में खड़े हैं।” पर बयान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने खुद हमेशा आतंकवादियों और अपराधियों को पनाह दी है।
लखनऊ कचहरी ब्लास्ट और बनारस में हूजी आंतकियों द्वारा किए गए बम ब्लास्ट के दौरान गिरफ्तार एक आतंकी खालिद मुजाहिद को फैजाबाद कचहरी में ले जाते वक्त लू लग गई थी। वह बाराबंकी आते आते मर गया था। उसमें अखिलेश यादव ने 42 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अपने शासन काल में मथुरा में पुलिस अधिकारियों पर हुए हमले को भूल गये हैं, जब कई पुलिस अधिकारी मारे गये थे। उन्हें प्रतापगढ़ की घटना भी याद करनी चाहिए, जब सीओ की हत्या हो गयी थी। उनके कार्यकाल में हर पुलिसकर्मी गुंडों के आगे नतमस्तक रहने को मजबूर रहता था।
मनीष शुक्ला ने न्यूज एजेंसी से कहा कि पूरा प्रदेश जिसके कार्यकाल में जल रहा था, आज वह तड़फड़ा रहा है। यही कारण है कि उसे योगी का सुशासन नजर नहीं आ रहा है और सपा तमाम तरह की अफवाह फैलाने की कोशिश कर रही है लेकिन आमजन को अभी वह दिन भूले नहीं हैं, जब पूरा प्रदेश आतंक के साये में जी रहा था।