अब भाजपा की तर्ज पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी चल निकले हैं। खबर के मुताबिक अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अयोध्या में राम मंदिर को लेकर बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है। पिछले दिनों से मंदिर निर्माण के लिए भाजपा ने पूरे देश भर में चंदा अभियान भी शुरू कर दिया है।
भाजपा के हिंदू विचारधारा पर आज लखनऊ में अखिलेश (Akhilesh Yadav) अपने पूरे फॉर्म में नजर आए। सपा अध्यक्ष ने सिलसिलेवार तरीके से योगी और केंद्र सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किए। इसके लिए बाकायदा समाजवादी पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए वे पूरी तैयारी करके आए। ‘अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो भगवान राम की नगरी अयोध्या वासियों को कोई भी कर नहीं देना पड़ेगा और यहां नगर निगम बनने के बाद लगे सभी प्रकार के कर माफ करेगी, यही नहीं उन्होंने कहा कि सपा यहां ऐसे काम करेगी कि 365 दिन अयोध्यावासी दिवाली मनाएंगे’।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को अयोध्या से आए सभी धर्म गुरुओं और संतो से मिलकर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर उन्होंने भाजपा को संदेश देते हुए कहा कि हमें भी अयोध्या के धर्मगुरुओं ने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आशीर्वाद दिया है। इसके अलावा अखिलेश ने अन्य धर्म गुरुओं से भी मिल कर आशीर्वाद लिया।
अयोध्या के संतो से मिले समर्थन के बाद गदगद हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने कहा कि अयोध्या तो एकता का प्रतीक है, हमको भरोसा है कि 2022 में एक बार फिर समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी। उन्होंनेे कहा भाजपा तो देश में सबसे अधिक झूठ बोलने वाली पार्टी बन चुकी है। अयोध्या से आए कई संतों और धर्मगुरुओं ने अखिलेश के एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी की।
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आज प्रदेश और केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए। ‘सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने विपक्षी पार्टियों को डराने के लिए कोरोना महामारी फैला रखी है’। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री वैक्सीन लगाने के लिए देश की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। ‘अखिलेश यादव ने कहा कि मैं तो कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा, भाजपा का क्या भरोसा। जब हमारी सरकार आएगी सभी को फ्री वैक्सीन लगवाएंगे’। भाजपा का फैलाया गया कोरोना वायरस का संक्रमण तो केवल विपक्ष के लिए है, जिससे कि कोरोना वायरस के नाम पर विपक्ष प्रदेश तथा देश में कोई कार्यक्रम न कर सके।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान भाजपा तो इसे थाली बजाकर दूर कर रही थी। फिर अब ड्राई रन की क्या जरूरत है। अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने कहा कि मैं भाजपा के कोरोना वायरस से नहीं डरता हूं, न मास्क पहनता हूं। उन्होंने ने कहा कि देश में कोरोना वायरस का संक्रमण कहीं पर भी नहीं है। बता दें कि सपा अध्यक्ष ने यह बातें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के उस बयान के बाद कही, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘देश में 3 करोड़ लोगों को फ्री वैक्सीन लगाई जाएगी’। बता दें कि पूरे देश में आज कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन चल रहा है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बयान के बाद भाजपा के नेता जबरदस्त आक्रामक दिखाई दिए। उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के नाराज होने की आज दो वजह रही एक तो अखिलेश का अयोध्या और राम मंदिर निर्माण को लेकर हिंदुत्व कार्ड खेलना दूसरा कोरोना वैक्सीन पर मोदी सरकार का अपमान करना। बता दें कि आज राजधानी लखनऊ में भी योगी सरकार ने छह संस्थानों में विशेषज्ञों की देखरेख में डॉक्टरों का टीकाकरण किया। दूसरी ओर भाजपा सरकार ने मंदिर निर्माण के लिए घर-घर जाकर चंदा अभियान तेज कर दिया है।
अखिलेश (Akhilesh Yadav) के बयान पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष ने चिकित्सकों और वैज्ञानिकों का अपमान किया है। उपमुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, अखिलेश यादव को वैक्सीन पर भरोसा नहीं है और उत्तर प्रदेश वासियों को अखिलेश यादव पर भरोसा नहीं है।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इसके लिए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को देश से माफी मांगनी चाहिए। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार और गुंडाराज पर भाजपा की वैक्सीन कारगर साबित हुई है। आप कौन-सी वैक्सीन की बात कर रहे हैं, अखिलेश।