मैनपुरी। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) करहल से विधायक तो बन गए पर अब यूपी की सत्ता से दूर रहने के चलते उनके सामने दुविधा पैदा हो गई कि वे विधायकी छोड़े या सांसदी। अखिलेश आजमगढ़ के सांसद पद से इस्तीफा देंगे इसका फैसला अगले कुछ दिनों में होगा।
शनिवार को सैफई में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मैनपुरी के पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और एमएलसी के चुनावों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए। कार्यकर्ताओं की मांग पर अखिलेश यादव ने कहा कि वह विधायक रहेंगे या सांसद इसका फैसला अगले कुछ दिनों में करेंगे।
शनिवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और करहल से विधायक अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मैनपुरी के पार्टी नेताओं को सैफई में बुलाया था। यहां उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ मैनपुरी की दो सीटों पर हार के कारणों की चर्चा की। सपा इस बार के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी सदर और भोगांव सीट पर चुनाव हार गई है। अपने ही गढ़ में दो सीटों पर चुनाव हारने से सपा की प्रतिष्ठा को बड़ा झटका लगा है।
मैनपुरी के नेताओं ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से कहा कि वह करहल सीट से इस्तीफा न दें। वह करहल विधायक बने रहें। कार्यकर्ताओं और नेताओं की मांग पर अखिलेश यादव ने कहा कि वे आजमगढ़ से सांसद रहेंगे या फिर करहल से विधायक बने रहेंगे इसका फैसला पार्टी की बैठक में लिया जाएगा।
बता दें कि आगामी 26 मार्च को सभी विधायकों की बैठक लखनऊ में बुलाई गई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में इस बात का फैसला हो जाएगा कि अखिलेश (Akhilesh Yadav) विधायक रहेंगे या सांसद पद से इस्तीफा देंगे। हालांकि लोकसभा चुनाव के चलते संभावना इस बात की ज्यादा है कि अखिलेश करहल से इस्तीफा दे सकते हैं और आजमगढ़ से सांसद बने रहेंगे।