2022 इलेक्शन भाजपा ने सपा संस्थापक नेताजी की फैमिली में दोहरी सेंध लगा दी है। पहले मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव एवं अब उनके साढ़ू प्रमोद गुप्ता ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। अब सपा चीफ अखिलेश ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि भाजपा जो कल तक उनपर परिवारवाद का इल्जाम लगा रही थी वह अब इसे खत्म कर रही है।
आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा अध्यक्ष से जब परिवार के दो सदस्यों के भाजपा में शामिल होने और उनकी तरफ से आलोचना किए जाने को लेकर प्रश्न पूछा गया तो अखिलेश ने कहा कि मुझे तो यह बात समझ नहीं आ रही है। भाजपा को तो खुश होना चाहिए इस बात से। बीजेपी जो इल्जाम लगाती है परिवारवाद का। कम से कम हमारे परिवारवाद को तो खत्म कर रहे हैं वो लोग। इसके लिए मैं धन्यवाद देता हूं। कल हम पर इल्जाम लगा रहे थे।
तो वहीं दूसरी प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सपा किसी के घर में लड़ाई नहीं करवा सकती। हम किसी के परिवार में झगड़ा नहीं करवाएंगे।
क्या भाजपा शय करके आपके घर में लड़ाई लगवा रही है? इसके उत्तर में सपा अध्यक्ष ने कहा कि आपकी आंख नहीं खुली? कैसे पत्रकार हैं आप? आपको अब तक पता नहीं लगा। जिस तरह समाजवादी पार्टी में बड़े-बड़े नेता शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान, उनके पास लोगों का समर्थन है, जिस तरह सपा ने दलों को जोड़ा है। जो परसेप्शन है, परसेप्शन की लड़ाई में भाजपा हार चुकी है।