लखनऊ। कोरोना त्रासदी के बीच उत्तर प्रदेश में सियासी पार्टियों ने विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने में जुटी हैं। इस काम में सत्तारूढ़ बीजेपी (UP BJP) सबसे आगे है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मिशन यूपी की कमान थाम ली है। फिलहाल अमित शाह अपने पूर्व और नाराज सहयोगी पार्टियों अपना दल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और निषाद पार्टी को फिर से वापस लाने की कोशिश में लगे हैं। हालांकि शुक्रवार को सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी को डूबती हुई नैया बताकर शाह की कोशिशों को जोरदार झटका दिया।
मिशन यूपी (UP BJP) के तहत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अपने पूर्व और नाराज सहयोगी पार्टियों के नेताओं से मुलाक़ातें कर रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल से दिल्ली में मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक़ अनुप्रिया पटेल ने प्रदेश की कैबिनेट में दो मंत्री पद की मांग की है। बताते चलें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अनुप्रिया पटेल को केंद्रीय कैबिनेट में जगह नहीं मिलने और उनके पति व अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमएलसी आशीष पटेल को योगी सरकार में जगह नहीं मिली से अपना दल बीजेपी से नाराज चल रहा है।
हाल ही में अमित शाह और पूर्व आईएएस एके शर्मा ने निषाद समाज के नेता डॉक्टर संजय कुमार निषाद और संत कबीर नगर के सांसद प्रवीण निषाद से भी मुलाकात की है। वतरह शाह और शर्मा ने निषाद पार्टी के डा. संजय निषाद से भी मुलाकात की है। संजय निषाद इससे पहले वे बीजेपी (UP BJP) पर तीखे हमले करते रहे हैं। सूत्रों के अनुसार संजय ने पीएम मोदी से भी मुलाकात का वक्त मांगा है।
इसी तरह शाह ने सुभासपा के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर को मनाने की जिम्मेदारी एक बड़े बीजेपी नेता को दी है। हालांकि सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शुक्रवार को बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। राजभर ने साफ कह दिया है कि वे बीजेपी (UP BJP) के साथ नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि जो बीजेपी को हराना चाहते है वह उनसे गठबंधन करने को तैयार है।