अमृत फल खनिज तत्वों से भरपूर, लेकिन उत्पादकों को जानकारी नहीं : डॉ. त्रिपाठी

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प्रतापगढ़। मिनिस्ट्री ऑफ आयुष, भारत सरकार के सदस्य डॉ राजाराम त्रिपाठी ने कहा कि अभी आंवला उत्पादकों के हित में बहुत कुछ किया जाना जरूरी है। आंवला उत्पाद की गुणवत्ता की विश्व बाजार को जब तक जानकारी नहीं हो पाएगी आंवले में किस प्रकार के खनिज तत्व पाए जाते हैं, तब तक इसके उत्पादकों का भला नहीं होने वाला है। जानकारी का बेहतर समायोजन न हो पाना कहीं न कहीं आंवले को अभी अंधेरे में रखे हुए हैं।

डॉ राजाराम त्रिपाठी बुधवार को https://upkiran.org से अनौपचारिक फोनिक संवाद कर रहे थे। डॉ राजाराम त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के कोडा ग्राम में आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के उत्पादक किसान हैं, जिन्हें दुनिया में हर्बल किंग के नाम से जाना जाता है। भारत देश के विभिन्न कृषि के 30 उत्पादको के मंडल के वे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। आईफा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने कहा कि उनके आयुर्वेदिक उत्पाद इंटरनेशनल मार्केट मे बड़ी धमक रखते है।

संवाद के दौरान किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए डॉ त्रिपाठी ने कहा कि किसानों की मांगे जायज हैं और सरकार द्वारा उस पर सरकार को विचार करने की जरूरत है। उनके अनुसार कम जोत वाले किसान होने के कारण ही यहां पर खेती किसानी को इतनी मजबूती नहीं मिली है। उनका यह कहना है कि जड़ी-बूटियों की खेती से यहां के किसानों मजबूत किया जा सकता है।

श्री त्रिपाठी ने कहा कि वह शीघ्र ही प्रतापगढ़ का सघन दौरा कर आंवला किसानों की समस्याओं के संबंध में भी वह भारत सरकार को आगाह करेंगे। डॉ त्रिपाठी न कहा कि निश्चित रूप से जिले का आंवला खनिज तत्वों से भरपूर है, किंतु किस प्रकार के खनिज तत्व पाए जाते हैं और किस मात्रा में पाए जाते हैं यह जानकारी किसी के पास नहीं है।

बैंक की नौकरी छोड़कर जड़ी बूटियों की खेती करने वाले डॉ त्रिपाठी ने कहा कि वह इस मामले को भारत सरकार की लैब एवं बाहर की लैब से जानकारी कराकर लोगों के बीच लाएंगे तब जाकर जिले के आंवले को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मानक के अनुसार लोगों को हम यह कह पाएंगे कि हमारे जिले का आंवला सबसे अधिक पौष्टिक एवं खनिज तत्वों से भरपूर है।

त्रिपाठी ने कहा कि अपने गृह जिले के किसानों एवं उनके परिवारों के लिए वह कुछ कर सके वह इनके लिए सौभाग्य की बात होगी। मेरा कर्म क्षेत्र छत्तीसगढ़ जरूर है, लेकिन जन्म भूमि के लिए कुछ करने का जज्बा सदैव मन में कचोटा रहता है। फिलहाल, डॉ त्रिपाठी जिले में अभी एक जनरल सर्वे कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह जनपद में पुनः आकर एक रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपेंगे जिस पर जल्द ही जल्द कोई ना कोई क्रियान्वयन सरकार द्वारा किया जाएगा।

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