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मुंबई और चेन्नई का मुकाबला 20 रनों से मुंबई की हार हुई। किंतु, इस हार के साथ ही एक सवाल लोगों के जेहन में आ गया कि क्या जब मुंबई इंडियंस की टीम मुकाबला हार रही थी तो बेईमानी पर उतर आई क्या? जब मुंबई इंडियंस की टीम मुकाबला हार रही थी तो वो अंपायर से बहस करने लग गई।

आपने मुकाबला देखा होगा तो आपने ये भी देखा होगा कि जब निरंतर 14 ओवर, 15 ओवर, 16 ओवर से रन नहीं आ रहे थे उसी बीच क्या हुआ। मुंबई के खेमे में खलबली मच गई। जहां पर मार्क बाउचर, केरन पोलार्ड, टिम डेविड ये सभी अंपायर से उलझते नजर आ रहे थे। क्योंकि उससे पहले ओवर में अगर आप देखें तो शार्दुल ने नहीं दिया था। तुषार देशपांडे ने भी बड़ी किफायती गेंदबाजी की और वहां पर क्या हुआ कि 15 ओवर ही था कि वहां पर टाइम आउट की मांग कर रही थी मुंबई इंडियंस की टीम।

जबकि टाइम आउट क्या होता है कि आप ओवर के तुरंत बाद ले लो। किंतु, हुआ क्या? ओवर शुरू होने वाला था तब टाइम आउट का इशारा कर रहे हैं। जब वहां पर अंपायर को नियम समझाया। तो ऐसे में क्या हुआ कि कारण पोलार्ड जाकर अंपायर से बहस करने लग गए। और सिर्फ केरन पोलार्ड ही नहीं पूरा मुंबई का ऐसा लग रहा था खेमा ही अंपायर के पास पहुंच गया है।

टीम डेविड बार बार इशारा कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि वो भी कोच के रूप में आ गए। वहां पर मार्क बाउचर की झल्लाहट दिख रही थी तो ये सारी चीजें क्या थी कि कहीं ना कहीं इस मुकाबले को जब मुंबई हार रही थी तो अपने आप को थोड़ा सा लोगों का ध्यान उधर से हटाने की कोशिश कर रहे थे।

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