असम विधानसभा चुनाव : मुख्य मुकाबला कांग्रेस व बीजेपी नीट गठबंधन के बीच

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desk। असम विधानसभा के चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस नीत गठबंधन और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले मोर्चे के बीच नजर आ रहा है। बीजेपी ने इस चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है। पीएम मोदी समेत पार्टी के सभी दिग्गज असम में सभाएं और रैलियां कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी भी हर हाल में असम में कांग्रेस की वापसी का प्रयास करते नजर आ रहे हैं। दोनों ही तरफ से अपनी-अपनी जीत के दावे किये जा रहे हैं। असम में 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को चुनाव होने हैं।

कांग्रेस पार्टी के महागठबंधन में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ़), बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (बीपीएफ़), आंचलिक गण मोर्चा, सीपीआई और सीपीआई-एम शामिल हैं। वहीं बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में क्षेत्रीय असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) शामिल है। रायजोर दल और असम जातीय परिषद गठबंधन असम की लड़ाई को त्रिकोणात्मक बनाने के प्रयास में लगा है।

असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीत की आस के साथ जुटी है। पूर्वोत्तर के इस राज्य में पार्टी की वापसी के लिए गांधी परिवार कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इसके लिए असम में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल चुनाव प्रबंधन और रणनीतिकार की भूमिका में हैं। राहुल और प्रियंका लगातार असम में जनसंपर्क और चुनावी सभाएं कर रहे हैं। राहुल गांधी असम के युवाओं को नौकरी और चाय बागान के लोगों को दोगुनी मजदूरी का भरोसा दे रहे हैं। इसके पहले प्रियंका गांधी भी असम के चाय बागानों में पहुंचकर लोगों से मिली थी।

कांग्रेस ने शनिवार को अपना घोषणापत्र जारी कर राज्य में युवाओं को पांच लाख सरकारी नौकरियां देने और सभी को हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने, चाय बागान श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी बढ़ा कर 365 रुपये करने समेत ढेर सारे वादे किये हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस असम के विचार, संस्कृति, भाषा, परंपरा, इतिहास और सोच की हिफाजत करने का वादा करती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी दो दिनों से असम में हैं। इसके पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी असम का दौरा कर चुकी हैं। सोमवार से वह फिर से असम में रहेंगी।

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असम में बीजेपी हिंदुत्व के साथ घुसपैठ के मुद्दे को लेकर कांग्रेस के खिलाफ हमलावर है। बीजेपी नेता इस मुद्दे पर असम की चुनावी रैलियों में चिंता जाहिर कर रहे हैं। बीजेपी असम से घुसपैठ को पूरी तरह से खत्म करने का वादा कर रही है। शनिवार को असम में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसी पार्टियों से हाथ मिलाया है जो असम की संस्कृति और विरासत के लिए खतरा हैं। कांग्रेस सत्ता के लिए किसी का साथ ले और दे सकती है। हालांकि बीजेपी को इस राज्य में भी पर्त्य कार्यकर्ताओं के असंतोष का सामना करना पड़ रहा है।

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