सनातन धर्म के पुराणों में कामधेनु गाय को सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने वाली गाय कहा गया है। वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर में कामधेनु गाय की मूर्ति सही दिशा में रखने से समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा आती है। ऐसा माना जाता है कि कामधेनु गाय के दर्शन मात्र से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है और मन से चिंता और तनाव दूर हो जाते हैं।
कामधेनु गाय समुद्र मंथन के दौरान निकले 14 रत्नों में से एक थी । इसमें 33 करोड़ देवी-देवताओं की सुगंध है। इस वजह से हिंदू धर्म में कामधेनु गाय का विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कामधेनु गाय की तस्वीर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि आती है। इसके साथ ही कामधेनु गाय की पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर विशेष कृपा प्रदान करते हैं।
देवताओं का निवास
कामधेनु गाय का संबंध समुद्र मंथन से है और माना जाता है कि इसमें 33 करोड़ देवी-देवताओं का निवास है। कामधेनु गाय की मूर्ति को अपने घर की बायीं या दायीं दिशा में रखने से व्यवसाय में उन्नति होती है। घर में सुख-शांति बनी रहती है।
मूर्ति को साफ जगह पर रखना चाहिए-
उन्होंने कहा कि कामधेनु गाय को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र और पूजनीय माना जाता है। इसके लिए कामधेनु गाय की मूर्ति को कभी भी शौचालय के पास नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। कामधेनु गाय को कांच के शोकेस में नहीं रखना चाहिए, यह भी याद रखें कि घर में कामधेनु गाय की केवल एक ही तस्वीर या मूर्ति होनी चाहिए।
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