BJP सांसद पर बदमाशों ने किया हमला, डीएम को किया फोन तो उठाया नहीं, देखें वीडियो

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जयपुर। राजस्थान के भरतपुर से भाजपा सांसद रंजीता कोली पर गुरुवार देर रात बदमाशों ने हमला कर दिया। यह हमला रंजीता पर उस समय हुआ, जब वह एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर वैर कस्बे की सीएचसी का औचक निरीक्षण करने जा रही थीं। उसी दौरान धरसोनी गांव के पास कुछ बदमाशों ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया।
attack on MP Koli
हमले में सांसद की गाड़ी का शीशा टूट गया। वहीं उन्हें चोट भी आई। हमले के बाद सांसद बेहोश हो गई थी। घटना के फौरन बाद पुलिस से संपर्क किया गया, लेकिन पुलिस घटनास्थल पर 45 मिनट बाद पहुंची। सांसद की टीम ने आरोप लगाया कि भरतपुर कलेक्टर को लगातार फोन करने के बाद भी उनकी तरफ से फोन नहीं उठाया गया।

भाजपा ने सांसद पर हुए हमले की घटना की निंदा की

हमले के बाद प्रदेश में सियासत भड़क गई है। भाजपा ने सांसद पर हुए हमले की घटना की निंदा की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया व प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने इस मसले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर लिखा कि एक तरफ रोटी मांगती महिला की अस्मत सुरक्षित नहीं है, दूसरी तरफ जनप्रतिनिधियों पर कातिलाना हमला भी हो रहा है। पूनिया ने लिखा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आपने राजस्थान को अपराधों की राजधानी बना दिया, आप सत्ता में बने रहने का हक खो चुके है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने भी भाजपा सांसद कोली पर हुए कातिलाना हमले की घटना की निंदा की है। शर्मा ने कहा कि आज राजस्थान में कोई भी सुरक्षित नहीं है। हालत यह है कि जनप्रतिनिधियों पर भी कातिलाना हमले हो रहे हैं, जिसे देखकर यह कहा जा सकता है कि राजस्थान में कानून का नहीं बल्कि जंगलराज हो चुका है। शर्मा ने मौजूदा घटनाक्रम की जांच करवाकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस घटना की नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता राजेंद्र राठौड़ सहित प्रदेश से जुड़े बीजेपी नेताओं ने कड़ी निंदा की है।

राजेंद्र राठौड़ ने लोकतंत्र पर हमला करार दिया

सांसद रंजीता कोली पर हमले को प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने लोकतंत्र पर हमला करार दिया है। राठौड़ ने कहा कि जिस प्रकार कोरोना महामारी के दौरान सरकारी वेंटीलेटर्स को किराए पर दिए जाने का मामला रंजीता कोली ने उठाया, उसके बाद यह हमला हुआ, जो कहीं न कहीं किसी षड्यंत्र की ओर इशारा करता है। भरतपुर में शासन-प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर हमला होना और कलेक्टर और अधिकारियों को फोन लगाने के बावजूद काफी देर तक उसे अटेंड नहीं करना, सीधे तौर पर प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाता है। राठौड़ ने इस पूरे मामले जांच दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
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