रीवा। विंध्य में पेयजल संकट से जूझ रही जनता का गलातर करने बाणसागर बांध में 5500 करोड़ रुपये की योजना स्थापित होगी। बांध के पानी से सिंचाई के साथ ही अब ग्रामीणों को मीठा पानी सप्लाई करने की तैयारी है। केन्द्र ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत योजना को हरीझंडी दे दी है। जल निगम के अफसरों ने योजना को अमली जामा पहनाने में जुट गए हैं। प्रारंभिक चरण में रीवा, सतना और सीधी में 4410 गांवों में घर-घर मीठे पानी की सप्लाई का ब्लूप्रिंट तैयार करने में जुटे हैं।
जल निगम अधिकारियों के मुताबिक रीवा और सीधी के सभी गांव में जलापूर्ति के लिए योजना तैयार की गई है। जबकि सतना के तीन ब्लाकों को शामिल किया गया है। चिन्हित गांवों में प्रतिदिन जलापूर्ति के लिए बाणसागर का 580 एमएलडी यानी मिलियन लीटर पानी की खपत होगी। जल निगम के अधिकारी जिलेवार पंचायत स्तर पर गांव-गांव की जानकारी जुटा रहे हैं।
गांवों में घर-घर पहुंचेगा मीठा पानी
इस योजना में रीवा जिले 9 ब्लाक के 827 ग्राम पंचायतों के लगभग 2700 गांवों को शामिल किया गया है। इसके अलावा सीधी जिले के सभी गांवों को चिन्हित किया गया है। सतना के तीन जनपद को शामिल जाएगा। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत बाण सागर बांध से चिन्हित गांवों में घर-घर जलापूर्ति की योजना वर्ष 2024 तक पूरी करने की डेडलाइन है। जल निगम जिलेवार पंचायत स्तर पर पेयजल की योजना तैयार करने में जुट गया है।
हर व्यक्ति को मिलेगा प्रतिदिन 55 लीटर पानी
जल निगम की ओर से प्रत्येक जिले में पंचायत स्तर पर बेसिक जानकारियां जुटाई जा रही हैं। इस योजना में पेयजल के लिए प्रति व्यक्ति को औसत 55 लीटर पानी हर रोज उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए बाणसागर से प्रतिदिन रीवा, सीधी और सतना में प्रतिदिन 58 करोड़ लीटर पानी प्रतिदिन सप्लाई की तैयारी है।
जानकारी लेने पहुंचे जल निगम के अधिकारी
जल निगम के अधिकारी जिला पंचायत कार्यालय में जिले के 9 जनपदों में बेसिक तैयारी के लिए गांवों की लिस्ट लेने के लिए पहुंचे। जल निगम के जिला प्रबंधक एचएन पटेल जिला पंचायत कार्यालय में परियोजना अधिकारी विनायक पाण्डेय से पंचायतों में गांवों की लिस्ट मांगी है।
वर्ष 2024 तक घर-घर होंगे कनेक्शन
जल निगम के जिला प्रबंधक एचएन पटेल ने बताया कि बाणसागर बांध से रीवा, सतना और सीधी में पेयजल सप्लाई की योजना की रुपरेखा तैयार की जा रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत वर्ष 20२4 तक घर-घर कनेक्शन किए जाने की योजना है। शासन की गाइड लाइन के तहत तैयार की जा रही है।