बारिश का मौसम आते ही कुछ बीमारियों का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है जिसमें डेंगू सबसे मुख्य है। हर साल न जाने कितने ही लोगों की मौत डेंगू की वजह से हो जाती है। हाल-फिलहाल उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। जिससे छोटे बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। जो लोगों और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है। तो आज हम यहां डेंगू के बारे में ही जानेंगे।
डेंगू एडीज़ प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है। इनके डंक द्वारा व्यक्ति के शरीर में फ्लैवी वायरस प्रवेश कर जाते हैं और वहां पहुंचकर इनकी संख्या तेजी से बढ़ने लगती है।
सबसे पहले इसके की पहचान कर मरीज का सीबीसी (टोटल ब्लड काउंट) टेस्ट होता है, इससे प्लेटलेट्स काउंट का पता चल जाता है।इसके बाद एलिसा टेस्ट से शरीर में वायरस की मौजूदगी की जांच की जाती है। पीसीआर टेस्ट, सीरम आईजीजी और आईजीएम नामक जांच संक्रमण के बाद की स्थिति को जानने के लिए की जाती है। एक बार यह वायरस शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो इम्यून सेल्स डेंगू के वायरस से लड़ने के लिए आईजीजी और आईजीएम नामक एंटीबॉडीज का निर्माण शुरू कर देती हैं और इनका स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है।