देश का ऐतिहासिक पर्व यानी गणतंत्र दिन (26 जनवरी) आने में अब बस कुछ ही दें रह गए हैं। यही वजह है कि वर्तमान समय में पूरा देश गणतंत्र दिवस की तैयारियां में जुटा हुआ है। हम सब जानते हैं इस दिन हमारे देश का संविधान लागू किया गया था। लेकिन क्या कभी किसी ने ये सोचा कि आखिर 26 जनवरी को ही संविधान क्यों लागू किया गया था? आइए जानते हैं कि आखिर 26 जनवरी को ही क्यों संविधान लागू किया गया…
दरअसल, हमारे देश में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने आजादी की मुहीम शुरू की। उस वक्त भारत के बहुत से नेता ब्रिटिश सरकार को भारत से खदेड़ना चाहते। 1857 के बाद एक बार फिर 1905 में आजादी के लिए संघर्ष शुरू हुआ। हमारे देश में कुछ ऐसा नेताओं के नेतृत्व में लोग ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ सड़क पर उतरने लगे जिससे ब्रिटिश के पैर भारत में कमजोर पड़ने लगे और उनका अस्तित्व डगमगाने लगा।
उसी दौरान भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में भारत को पूर्ण गणराज्य का दर्जा दिलाने के अभियान की भी शुरुआत हुई जैसा की हम सबको पता है कि 26 जनवरी 1949 हम सबके लिए बेहद खास है। इस दिन जब लाहौर में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ और पहली बार भारत को पूर्ण गणराज्य बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले तक भारतीयों की मांग सिर्फ सुशासन या स्वराज की ही थी लेकिन 26 जनवरी 1949 के इस अधिवेशन के बाद भारतीय नेताओं ने अपना मत बदल लिया और पूर्ण स्वराज्य की मांग करने लगे। हालांकि ब्रिटिश सरकार ने कांग्रेस के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया था लेकिन जब भारत आजाद हुआ तो 26 जनवरी को ही संविधान लागू किया गया। अब हम इस ख़ास दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं।