हम में से बहुत से लोग एल्कलाइन आहार अर्थात् क्षारीय आहार के बारे में बहुत कम जानते है।एल्कलाइन आहार हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।हम में से बहुत से लोग एल्कलाइन आहार के फायदे के बारे में अनभिज्ञ हैं, इसीलिए इस लेख में हम जानेंगे कि एल्कलाइन आहार हैं क्या और ऐसे कौन कौन से एल्कलाइन आहार के फायदे हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है।
अल्कलाइन आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं जो हमारे शरीर के एक्स्ट्रा अम्ल को न्यूट्रलाइज करके pH स्तर को संतुलित रखता है।हमारे पेट में अम्ल की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। कभी कभी ये अम्ल इतना ज्यादा हो जाता है कि बहुत सारे खतरनाक रोग हो जाते हैं।
इसी अम्ल को संतुलित करने के लिए डॉक्टर एल्कलाइन आहार की सलाह देते हैं।एल्कलाइन आहार में फलों और सब्जियों के माध्यम से अम्ल की मात्रा संतुलित की जाती है।कहा जाता है कि, एल्कलाइन आहार की शुरुआत सन 1800 के आस पास हुई।चलिए जानते हैं कि हमारे शरीर में अधिक मात्रा में अम्ल के क्या लक्षण होते हैं और अधिक अम्ल की वजह से कौन कौन सी खतरनाक बीमारियो के होने की संभावना बढ़ जाती है।
मनुष्य के पेट में एक प्रकार का अम्ल पाया जाता है जो भोजन को पचाने के लिए आवश्यक होता है।इस अम्ल का नाम हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCL)है।ये अम्ल इतना खतरनाक होता है कि ये लोहे की मोटी मोटी रॉड को गला दे।
कभी कभी कुछ विशेष परिस्थितियों में ये अम्ल बहुत ज्यादा मात्रा में हो जाता है, जिससे निम्न तरह के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।
हमारे शरीर में एक निश्चित मात्रा में अम्ल की जरूरत होती है।
हमारे पेट में उपस्थित अम्ल की अधिक मात्रा से निम्न तरह की बीमारियो के होने की संभावना बढ़ जाती है।
इसीलिए हमेशा एल्कलाइन आहार को ही प्राथमिकता दे।
एल्कलाइन आहार में साधारणतः फल, सब्जी और कुछ विशेष प्रकार के प्रोसेस्ड फूड शामिल होते हैं जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।एल्कलाइन आहार के निम्न फायदे हो सकते हैं।
एल्कलाइन आहार करने से हमारा वजन भी कम हो सकता है, क्योंकि एल्कलाइन आहार में सारी मसालेदार और फैटी चीज़ों को शामिल नहीं किया जा सकता।
इसके अलावा alkaline diet में केवल फल सब्जी और कुछ विशेष प्रकार के प्रोसेस्ड फूड जैसे दही, दूध और पनीर शामिल होते हैं जो कैलोरी में बेहद कम और विटामिन खनिज लवण व पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
Alkaline diet से यूरीन का pH स्तर बढ़ता है जिससे किडनी को urine को बनाने के लिए कम मशक्कत करनी पड़ती है, फलस्वरूप किडनी के स्वास्थ्य और कार्य करने की क्षमता में वृद्धि होती है।
2017 में united states में एक स्टडी में दावा किया गया है कि अधिक अम्लीय भोजन का सेवन करने से किडनी के कार्य क्षमता पर बुरा असर पड़ता है और तमाम तरह के किडनी रोगों के होने की संभावना बढ़ जाती है।
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि Chronic Kidney diseases के रोगियों के लिए कोई विशेष डाइट को फॉलो करने की जरूरत नहीं है बशर्ते वो अपने आहार में एल्कलाइन पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं और प्रोटीन व एसिडिक पदार्थों को कम करे या बिलकुल बंद करें।
एल्कलाइन आहार के कुछ समर्थक ये दावा करते है कि एल्कलाइन आहार कैंसर को कम करने में या कीमोथेरेपी को असरदार बनाने में सहायक है लेकिन अभी तक ऐसा कोई भी वैज्ञानिक आधार नही मिला है जो इस दावे को वैध करार कर सके।हालांकि 2010 की स्टडी से पता चला है कि meat के सेवन करने से और फल सब्जी और सबूत अनाज के सेवन को बढ़ाने से कैंसर रुक सकता है।
American Cancer Society के अनुसार, प्रोसेस्ड फूड, soft drinks और high fat foods की मात्रा को कम करके और फल, सब्जी और सबूत अनाज की मात्रा को बढ़ाके cancer cells को सक्रिय होने से रोका जा सकता है।यही cancer cells की सक्रियता ही कैंसर का कारण बनती है।
एल्कलाइन आहार में बेहद low calorie foods को शामिल किया जाता है।High-calorie foods और शारीरिक निष्क्रियता ही heart disease का कारण बनती हैं। अतः अगर आप heart disease से पीड़ित हैं तो एल्कलाइन आहार को प्राथमिकता दे।
हमारे शरीर की मांसपेशियां समय के साथ साथ कमजोर होती जाती है। मांसपेशियों के कमजोर होने से फ्रैक्चर होने के खतरे बढ़ जाते हैं।2013 में 2689 महिलाओ में एक स्टडी की गई जिसमे उनको केवल एल्कलाइन आहार का सेवन करने की कहा गया।इस स्टडी का रिजल्ट यह रहा कि उन महिलाओ की मांसपेशियां अब पहले से ज्यादा मजबूत और स्वस्थ थी।
अब बात करते है कि एल्कलाइन आहार के अंतर्गत हमें कौन कौन से पदार्थ खाने चाहिए।
एल्कलाइन आहार के अंतर्गत हमको निम्न फलों का सेवन करना चाहिए।
एल्कलाइन आहार के अंतर्गत हमको निम्न सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
एल्कलाइन आहार के अंतर्गत हमको निम्न प्रोटीन युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
एल्कलाइन आहार के अंतर्गत हमको निम्न मसालों का सेवन करना चाहिए।