अमेरिका के प्रेसिडेंट बाइडेन ने कहा है कि अफगानिस्तान के स्थिर भविष्य में भारत (INDIA), पाकिस्तान और रूस की भूमिका अहम हो सकती है। इन क्षेत्रीय हिस्सेदारों को अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए आगे बढ़कर कार्य करना चाहिए। ज्ञातव्य है कि प्रेसिडेंट बाइडेन ने ग्यारह सितम्बर तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को पूरी तरह से हटाने की घोषणा की है।
अमेरिका के प्रेसिडेंट ने कहा कि हम अन्य देशों से भी इस क्षेत्र में सहयोग के लिए कहेंगे। विशेषकर पाकिस्तान, रूस, चीन, भारत और तुर्की से और अधिक समर्थन की आशा है। अफगानिस्तान के स्थिर भविष्य में इन देशों का अहम योगदान है। तो वहीं भारत को अफगानिस्तान में मजबूती मिलेगी।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति का कोई सैन्य समाधान नहीं है, बल्कि एक राजनयिक समाधान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अपने सैनिकों को हटाने के बाद भी अमेरिका राजनयिक और मानवीय कार्यों में अफगानिस्तान को समर्थन देना जारी रखेगा। हम वहां जरूरी मानवीय संसाधन देना जारी रखेंगे।
आपको बता दें कि दोहा में फरवरी में अमेरिका और तालिबान के बीच समझौते के अनुसार अमेरिका ने 14 महीने के भीतर अपने सभी सैनिकों को अफगानिस्तान से हटाने पर सहमति जताई थी।
उधर, हाल ही में इंडिपेंडेंट कांग्रेशन्ल रिसर्च सर्विस की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में भारत का सबसे बड़ा क्षेत्रीय योगदान रहा है।