कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, आम आदमी पार्टी में हुआ शामिल ये पूर्व विधायक

img

अहमदाबाद, 13 अप्रैल| गुजरात विधानसभा चुनाव में पंजाब जैसी सफलता हासिल करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) सक्रिय हो गई है| गुरुवार को आप ने गुजरात कांग्रेस को सौराष्ट्र में बड़ा झटका दिया है| राजकोट के पूर्व विधायक इंद्रनील राज्यगुरु और राजकोट कॉर्पोरेशन के विपक्षी नेता वशराम सागठिया को अपने पाले में कर लिया है| पिछले कई दिनों से कांग्रेस से नाराज चल रहे इंद्रनील राज्यगुरु और वशराम सागठिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था|

Congress Ex Mla

बुधवार को इंद्रनील राज्यगुरु ने आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली जाकर मुलाकात की थी| केजरीवाल के साथ मुलाकात के बाद इंद्रनील राज्यगुरु और वशराम सागठिया ने आज विधिरूप से आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया| इंद्रनील राज्यगुरु के आप में शामिल होने से गुजरात खासकर सौराष्ट्र कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है|

राज्यगुरु के साथ ही राजकोट महानगर पालिका में विपक्ष के नेता वशराम सागठिया भी आप के हो गए हैं| दो दिग्गज नेताओं के आप में शामिल होने के बाद आगामी दिनों में राजकोट कांग्रेस के अन्य नगर पार्षदों के आप में शामिल होने की संभावना है| आप में शामिल होने के बाद इंद्रनील राज्यगुरु ने कहा कि आम आदमी पार्टी की नीयत में कोई खोट नहीं है और यह उसने दिल्ली और उसके बाद पंजाब जीत कर सिद्ध कर दिया है|

दिल्ली और पंजाब में अधिकारी रिश्वत लेते डरते हैं, जो गुजरात में नहीं दिखता| राज्यगुरु ने कहा कि विधानसभा में डॉक्टरों की कमी के बारे में सवाल करने पर नितिन पटेल ने जवाब था डॉक्टर नहीं मिलते| आज मैं भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से जिन्हें मुझ पर भरोसा है उनसे अपील करता हूं कि सभी आप में शामिल होकर उसके हाथ मजबूत करें| सभी लोग तय कर लें कि अब गुजरात की सूरत बदलनी है|

2022 में आम आदमी पार्टी की गुजरात में सरकार बन रही है, जो सभी गुजरातियों को अपनी सरकार लगे ऐसी पार्टी है| महत्वपूर्ण यह नहीं है कि मुझे टिकट मिलता है या नहीं| महत्वपूर्ण यह है कि राज्य में भाजपा की सरकार नहीं चाहिए और उसके लिए कांग्रेस कुछ कर नहीं सकती, इसलिए मैंने आप को चुना है|

वशराम सागठिया ने कहा कि काफी परिश्रम करने के बावजूद लोग कांग्रेस वोट नहीं देनेवाले ऐसा मन बनाकर बैठे हैं| आप ने राजकोट में पहली बार चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर की पार्टी रही| आप सरकार की शिक्षा नीति हमने देखी है| जो गुजरात में भी काफी बदलाव कर सकती है| आप के विचार राष्ट्रवादी और सभी को साथ लेकर चलने के हैं, इसलिए हम भी उनके साथ हो लिए हैं|

Related News