बड़ी खबर : अमेरिका में बड़ा साइबर हमला, हैकरों ने मांगी फिरौती, लगा आपातकाल

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नई दिल्ली। महाबली अमेरिका से बड़ी खबर है। वहां की सबसे बड़ी ईंधन पाइपलाइन पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है। हमले के बाद देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। हमले के वक्त इस पाइपलाइन के ज़्यादातर इंजीनियर घरों से कंप्यूटर पर काम कर रहे थे। वैश्विक न्यूज़ एजेंसियों के मुताबिक़ कोलोनियल पाइपलाइन से अमेरिका के पूर्वी राज्यों में डीज़ल, गैस और जेट ईंधन की 45 फीसदी आपूर्ति होती है। जानकारी के मुताबिक़ इस पाइपलाइन पर साइबर अपराधियों के एक गैंग ने हमला किया है।

वैश्विक न्यूज़ एजेंसियों के मुताबिक़ ये साइबर हमला डार्कसाइड नाम के एक साइबर-अपराधी गिरोह ने किया है। गिरोह ने गुरुवार को कोलोनियल नेटवर्क में सेंध लगाई और लगभग 100GB डेटा को अपने कब्ज़े में ले लिया और हैकरों ने कुछ कंप्यूटरों और सर्वरों पर डेटा को लॉक कर दिया और फिरौती की मांग की है। साइबर-अपराधी गिरोह ने धमकी दी कि अगर रकम नहीं मिली तो वे इस डेटा को इंटरनेट पर लीक कर देंगे।

फिलहाल कंपनी सेवाओं को दोबारा बहाल करने के लिए पुलिस, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों और ऊर्जा विभाग के संपर्क में हैं। बीबीसी के मुताबिक़ कंपनी ने कहा है कि हमले का पता चलने के फ़ौरन बाद अपने सिस्टम की कुछ लाइनों को काट दिया। इससे कुछ समय के लिए भी पाइपलाइनों और कुछ आईटी सिस्टम का काम रूक गया, जिन्हें ठीक करने का काम जारी है। हमले के बाद आपातकाल लगने से तेल और गैस जैसे जरुरी ईंधनों को टैंकरों के ज़रिए न्यूयॉर्क तक भेजने की व्यवस्था की जा रही है।

जानकारों के मुताबिक़ यदि इसे जल्द ठीक नहीं गया तो तो अमेरिका बहुत बड़ी मुश्किल में फँस जाएगा। फिलहाल अमेरिका में अभी ईंधन की मांग बढ़ रही है। साइबर सिक्योरिटी कंपनी डिजिटल शैडोज़ ने आशंका व्यक्त की है कि कोलोनियन पाइपलाइन पर हमले की एक बड़ी वजह कोरोना महामारी है, जिसकी वजह से कंपनी के ज़्यादातार इंजीनियर कंप्यूटरों पर घर से ही काम कर रहे थे।

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