नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे है. वही इसी बीच खबर है कि दो बहनों के पासपोर्ट बनाने से अधिकारी ने इसलिए मना कर दिया, क्योंकि वे उनके अनुसार नेपाली जैसी दिखती हैं। दोनों बहनों ने चंडीगढ़ के पासपोर्ट कार्यालय में आवेदन दिया था, मगर अधिकारी ने उनके आवेदन पर लिखा- नेपाली जैसी दिखती हैं और फिर पासपोर्ट बनाने से इनकार कर दिया।
आपको बता दें कि दो बहनों को नेपाली जैसा दिखने पर पासपोर्ट जारी न किए जाने की घटना के बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को अधिकारियों को प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बताया जा रहा है कि दोनों बहने संतोष और हिना के पास पासपोर्ट बनवाने संबंधी सभी कागजात थे, मसलन आधार कार्ड, पैन कार्ड और डिग्री भी। मगर पासपोर्ट कार्यालय में उनके दस्तावेज को बिना देखे ही नेपाली जैसी दिखती हैं बोलकर भगा दिया गया।
गौरतलब है कि संतोष और हिना कुछ दिन पहले चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय गयी थीं लेकिन उन्हें पासपोर्ट जारी नहीं किया गया। उनके दस्तावेज पर लिख दिया गया कि ‘आवेदनकर्ता नेपाली दिखती’ हैं। बाद में उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री से संपर्क किया जिन्होंने अधिकारियों को मामले की जांच करने को कहा।
अधिकारियों ने कहा है कि प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है और उन्हें पासपोर्ट जल्दी ही जारी कर दिया जाएगा। दोनों बहनों में एस एक संतोष ने कहा कि पासपोर्ट कार्यालय से मना किये जाने के बाद हमने मुख्यमंत्री और मंत्री अनिल विज से संपर्क किया, तब जाकर हमारी प्रक्रिया शुरू हूई।
दरअसल, शिवसेना ने नागरिकता संशोधन बिल पर लोकसभा में समर्थन किया था, लेकिन राज्यसभा में मतदान के दौरान वाकआउट कर गई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र में एनआरसी को लागू नहीं करेंगे और साथ ही सीएए पर सुप्रीम कोर्ट के फैसला के बाद निर्णय लेने की बात कही थी. संजय राउत लगातार सीएए और एनआरसी के खिलाफ मोदी सरकार पर हमलावर हैं.