अजब-गजब।। इण्डिया में दिल के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, अधिकतर मामलों में रोगी हॉस्पिटल तक भी नहीं पहुंच पाते। दिल के रोगी विश्व में नंबर एक बीमारी से ग्रसित हैं। बढ़ता प्रदूषण, लाइफस्टाइल, हमारा खानपान कई चीजें इसके लिए दोषी हैं। लेकिन करें क्या ये समझ नहीं आता।
इंडिया में तो सेहत के प्रति लोगों की लापरवाही इस कदर है कि उन्हें सेहत की याद ही तब आती है जब हालत हॉस्पिटल में एडमिट होने लायक हो जाती है। दिल के रोगियों को दौरे से पहले कुछ संकेत शरीर पहले से ही देना शुरू कर देता है। लेकिन इन संकेतों की अनदेखी ही हमें हॉस्पिटल पहुंचा देती है।
थकान रहना, नींद गायब होना और हांफते रहना ये सभी दौरा पड़ने के लक्षण हैं। अगर आपको ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या लंग्स से जुड़ी समस्या है तो आपको दिल के रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे लोग जिनके परिवार में कोई दिल का मरीज रहा है उसे अपना नियमित चेकअप कराते रहना चाहिए।
दिल की बीमारी कई बार आनुवांशिक कारणों से भी हो सकती है। इसके अलावा सीडेंन्ट्री लाइफस्टाइल में जीने वाले लोग ये जान लें कि आप मौत की ओर ले जाने वाली जीवनशैली को फॉलो कर रहे हैं। इस लाइफस्टाइल में नियमित व्यायाम और बेहतर खानपान को शामिल कर हम कुछ हद तक बीमारियों से सावधान रह सकते हैं ।