बता दें कि पुलिस ने एक गुप्त-सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक गैर-सरकारी संगठन ने पुलिस को इस देह व्यापार के धंधे के बारे में सूचना दी थी। पुलिस को मिली रिपोर्ट के अनुसार नीमच के जेतपुरा में फोर लेन हाई-वे के किनारे बांछड़ा समुदाय के लोग रहते हैं। जो अपने घर की महिलाओं और बेटियों से परम्परा के नाम पर देह व्यापार करवाते हैं।
बांछड़ा समुदाय के लोगों ने हाइ-वे के किनारे पर अपने डेरे बना रखे हैं। जहां पिछले कई महीनों से देह-व्यापर का धंधा चलाये जाने की सूचनायें स्थानीय पुलिस को मिल रही थी। नीमच थाने के प्रभारी नरेंद्र सिंह ठाकुर ने मीडिया को बताया कि एक एन.जी.ओ से मिली जानकारी के बाद जाँच में पता चला कि बांछड़ा समुदाय अपनी नाबालिग बच्चियों से परम्परा के नाम देह व्यापार करा रहा है।
इस बात की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद पुलिस की एक टीम बनाई गयी और जेतपुरा में फोर लेन हाई-वे के किनारे छापेमारी की कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान मौके से 12 ग्राहकों को भी पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया। वहीँ मौके पायी गयी नाबालिग लड़कियों को चाइल्ड हेल्प लाइन की मदद से सीडब्ल्यूसी काउंसलिंग के लिए भेजा दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक लगभग 2 हजार से ज्यादा नाबालिग बच्चियां को हाइ-वे पर देह व्यापार के धंधे में झोंका जा चुका है। पुलिस पकड़ी गई महिलाओं और अन्य आरोपियों से पूछताछ में जुट गयी है।