Sino-Indian Border Dispute: मोल्डो वार्ता के बाद गोगरा हाइट्स से सेना हटाने को राजी हुए भारत-चीन

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नई दिल्ली। पिछले एक साल से अधिक समय से भारत और चीन (Sino-Indian Border Dispute) के बीच जारी गतिरोध अब कुछ कम होता नजर आ रहा है। दोनों देशो के बीच हुई मोल्डो वार्ता से सुलह की एक राह निकली है। भारत और चीन पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स क्षेत्र से अपनी सेनाएं हटाने पर राजी हो गए हैं। पिछले साल मई महीने से गोगरा हाइट्स क्षेत्र में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं।

Sino-Indian Border Dispute

सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों देशों के बीच (Sino-Indian Border Dispute) मोल्डो में हुई 12वें दौर की वार्ता के दौरान इसे लेकर सहमति बन गई है। सूत्रों की मानें तो इसी साल फरवरी में पैंगॉन्ग लेक इलाके से दोनों देशों ने अपनी सेना हटाई थी, तभी से गोगरा हाइट्स इलाके से सेना हटाने के मसले पर बातचीत हो रही है। इसे लेकर दोनों देशों के बीच सहमति नहीं बन पा रही थी। सूत्रों कहना है कि अब जबकि सहमति बन गयी है तो दोनों देशों के बीच इस पर कार्रवाई भी जल्द ही शुरू हो सकती है। दोनों देशों की सेना जल्द ही गोगरा हाइट्स से हट सकती है।

गौरतलब है कि भारत और चीन (Sino-Indian Border Dispute) के बीच कमांडर स्तर की 12वें दौर की बैठक चुशुल-मोल्डो में हुई थी। यह वार्ता दोनों देशों के बीच 14 जुलाई को दुशांबे में विदेश मंत्रियों की मीटिंग और 25 जून को भारत-चीन सीमा मामलों (डब्लूएमसीसी) पर परामर्श और समन्वय तंत्र की मीटिंग के बाद हुई। इस वार्ता में भारत और चीन ने एलएसी के पश्चिमी सेक्टर के उन इलाकों से सेना हटाने को लेकर गतिरोध वाले क्षेत्रों को लेकर गहन चर्चा की।

मोल्डो वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने इन क्षेत्रों में गतिरोध के समाधान से जुड़े अपने विचारों का स्पष्ट आदान-प्रदान किया। बातचीत के बाद दोनों पक्षों ने वार्ता को रचनात्मक बताया और कहा कि इससे आपसी समझ और बढ़ी है। दोनों देशों के अधिकारी मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार इस मसले को जल्द हल करने के लिए बातचीत की गति बनाए रखने पर भी सहमति हुए। बैठक में दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति बनाए रखने की भी प्रतिबद्धता व्यक्त की। (Sino-Indian Border Dispute)

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