T-20 विश्वकप में बेहतर प्रदर्शन के लिए छोटे स्कोर का बचाव करना सीखें गेंदबाज- रोहित शर्मा

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नई दिल्ली॥ टी20 में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप को देखते हुए गेंदबाजों को छोटे स्कोर का बचाव करना भी सीखना होगा। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 में भारतीय टीम को इसी कारण हार का सामना करना पड़ा क्योंकि उसके गेंदबाज 148 रनों के स्कोर का बचाव नहीं कर पाये।

रोहित ने कहा है कि अगर अगले साल आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना है तो उसे छोटे स्कोर का बचाव करना होगा। रोहित के अनुसार बांग्लादेश के खिलाफ मैच में स्कोर का बचाव किया जा सकता था पर मैदान में की गयी कुछ गलतियां टीम को भारी पड़ गयीं। रोहित ने कहा, ”इस स्कोर का बचाव किया जा सकता था लेकिन हमने क्षेत्ररक्षण के दौरान गलतियां की। हमारे खिलाड़ी थोड़ा अनुभवहीन है और वे इससे सबक लेंगे।

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शायद अगली बार वे ये गलतियां न करें।” पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर नहीं बनाना और फिर अपने अपेक्षाकृत छोटे स्कोर का बचाव नहीं कर पाना भारतीय टीम की कमजोरी बनती जा रही है। भारत जिन पिछले सात टी20 में स्कोर का बचाव करने उतरा उनमें से पांच में उसे नाकामी हाथ लगी।

भारत इस मैच में दो तेज गेंदबाजों दीपक चाहर और खलील अहमद तथा तीन स्पिनरों युजवेंद्र चहल, क्रुणाल पंड्या और वाशिंगटन सुंदर के साथ उतरा था। चहल को छोड़कर कोई भी अन्य गेंदबाज बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बना पाया। रोहित ने कहा, ” ये खिलाड़ी पिछले कुछ समय से हमारे लिये इस प्रारूप में खेल रहे हैं। खलील हैं और दीपक भी हैं। शार्दुल ठाकुर अपनी बारी का इंतजार कर रहा है।

वे अच्छा प्रयास कर रहे हैं लेकिन उन्हें सीखना होगा कि स्कोर का बचाव कैसे करना है। उन्हें रणनीति के अनुसार गेंदबाजी करनी होगी। इस तरह के मैच में खेलने से उन्हें सीख मिलेगी। वे प्रतिभाशाली हैं। उनमें वापसी करने की क्षमता है। यह समय बताएगा कि वे ऐसा कर पाते हैं या नहीं।” रोहित हालांकि टीम में वापसी करने वाले लेग स्पिनर चहल के प्रदर्शन से खुश दिखे जिन्हें उन्होंने बीच के ओवरों के लिये महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, ”चहल इस टीम के लिये अहम खिलाड़ी हैं और उसने दिखाया कि बीच के ओवरों में जब बल्लेबाज जमे हुए थे तब वह कितना महत्वपूर्ण है।

वह अच्छी तरह से समझता है कि उसे क्या करना है और इससे कप्तान के लिये भी काम थोड़ा आसान हो जाता है। ” भारतीय कप्तान ने इसके साथ ही स्वीकार किया कि बल्लेबाजी में अच्छी शुरुआत नहीं मिलने से टीम पर दबाव बना।

”बांग्लादेश की यह टी20 में भारत पर पहली जीत है। इससे पहले आठ मैचों में भारत ने जीत दर्ज की थी लेकिन रोहित ने साफ किया कि वे रिकार्ड पर ध्यान नहीं देते और उन्होंने बांग्लादेश को हल्के से नहीं लिया था। उन्होंने कहा”मैं यह नहीं कहूंगा कि हमने उन्हें हल्के से लिया था। जब हम मैदान पर उतरते हैं तो रिकार्ड पर गौर नहीं करते। हम उसे एक नये मैच की तरह देखते हैं और उसे जीतना चाहते हैं। हम अपनी रणनीति और कौशल का सही प्रदर्शन करके ऐसा करना चाहते हैं जो हम इस मैच में नहीं कर पाये।”

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