वाराणसी। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी अभिभूत नजर आए। वे काशी विश्वनाथ मंदिर जाने से पूर्व यहां की तंग गलियों में स्थित काल भैरव मंदिर पहुंचे। इसके बाद वहां से काल भैरव का दर्शन कर लौटते समय आम जनता से मिलने के लिए उन्होंने प्रोटोकॉल तोड़ दिया और लोगों के बीच पहुंच गए। इस दौरान जनता के स्नेह का पूरा सम्मान करते हुए उन्होंने साफा और पगड़ी भी पहनी।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तय कार्यक्रम के अनुसार वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद वह सबसे पहले काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव मंदिर गए। कहते हैं कि वाराणसी में किसी भी कार्यक्रम की शुरुआत करने से पहले काल भैरव की इजाजत लेना आवश्यक होता है। यहां तक कि अगर कोई अधिकारी भी यहां तैनात होता है तो सबसे पहले वह काल भैरव मंदिर में माथा टेकने जाता है। काल भैरव मंदिर में पूजा और आरती के बाद पीएम विश्वनाथ मंदिर के लिए रवाना हुए।
इस दौरान उन्होंने सड़कों पर लोगों का हुजूम देखा तो प्रोटोकॉल की परवाह किये बिना वे उनके बीच पहुंच गए। कई लोगों ने इस दौरान पीएम के साथ सेल्फी ली। प्रधानमंत्री ने भी लोगों का अभिवादन किया। इसके बाद गाड़ी में बैठकर रवाना हुए तो रास्ते में खड़े लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर सुरक्षा दस्ता एक्टिव हो गया लेकिन पीएम ने अपनी काशी के लोगों का प्यार देख अपने और आम लोगों के बीच से सुरक्षा हटा दी और गाड़ी का दरवाजा भी खोल दिया।
प्रधानमंत्री की गाड़ी का दरवाजा खुलते ही उन पर फूलों की बारिश शुरू हो गई। मौके पर मौजूद गुजराती समाज के लोगों ने उनका अभिनंदन किया और साफा पहनाया गया। इत्र लगाया गया और गोपाल मंदिर का प्रसाद भी दिया गया। मोहन भाई सोनावले ने पीएम को पगड़ी पहनाई।