ढाका। कर्नाटक की तरह अब बांग्लादेश के नोआखाली के सेनबाग उपजिले में स्थित एक स्कूल के क्लासरूम में छात्राओं के बुर्का पहनने पर बैन लगा दिया गया है। स्कूल के इस आदेश की जबरस्दत खिलाफत हो रही है और जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार स्कूल की तरफ से जारी एक नोटिस में कहा गया था कि लड़कियां क्लास रूम में दाखिल होने के बाद अपना चेहरा नहीं ढक सकती हैं। हालांकि मैनेजमेंट ने बाद में इस नोटिस को वापस ले लिया। बांग्लादेश में इस पूरे घटनाक्रम के दो सप्ताह से अधिक का समय बीत गया है।
इसके बावजूद लोग जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लोग हाथों में पोस्टर-बैनर लेकर इसकी आलोचना कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के हवाले से कहा है कि स्कूल प्रबंधन कमेटी के चुनाव की वजह से इस मामले को उछाला गया है। वहीं स्कूल प्रशासन का कहना है कि नोटिस की गलत व्याख्या की गई है। भ्रम की स्थिति के चलते नोटिस वापस लेना पड़ा।
बुर्के पर बैन लगाने से नाराज लोगों ने स्कूल के बाहर मानव शृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया। वहीं, एक स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लड़कियों के क्लास रूम में लड़कों के बुर्का पहनकर आने की कई घटना सामने आई थी। ऐसे में लड़कियों की सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल प्रशासन ने इस तरह का निर्णय लिया है।
स्कूल प्रबंधन ने कक्षा में प्रवेश करने के बाद चेहरा नहीं ढकने का एक निर्देश जारी किया। उन्होंने कहा कि नोटिस में बुर्का न पहनने या उस पर पाबंदी जैसी कोई बात नहीं थी। वहीं स्कूल प्रबंधन का कहना है कि स्कूल के पास एक बाजार में लड़कों ने अड्डा बना लिया था। बाजार समिति ने इसके खिलाफ कार्रवाई की। इसके बाद वे लड़के स्कूल को अपना अड्डा बना रहे हैं। लड़कियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने कक्षा के अंदर चेहरा नहीं ढकने का आदेश जारी किया।