चाणक्य नीति कहती है कि किसी भी व्यक्ति को अपना समय व्यर्थ ने नहीं गंवाना चाहिए। वे कहते हैं कि जो लोग समय की अहमियत को नहीं समझते वे कभी अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाते। ऐसे में अगर जीवन में सफलता पानी है आचार्य चाणक्य की इन बातों पर जरूर गौर करना चाहिए।
चाणक्य नीति में कहा गया है कि देर तक सोना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। सुबह सूरज निकलने से पहले बिस्तर का त्याग कर देने वाले लोग अपने सभी कार्य आसानी से पूरा कर लेते हैं। ऐसे में जल्द सोना और जल्द जागना मनुष्य के लिए हितकारी होता है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति अपने स्वास्थ्य का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। उनका कहना है कि जो लोग सेहत के प्रति लापरवाह होते हैं उन्हें रोग घेरे रहते हैं। पौष्टिक आहार सेहत को ठीक रखते हैं और रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं जिससे शरीरी में ऊर्जा बनी रहती है और आप अपने सभी कार्य बिना थके पूरा कर लेते हैं।
नीति ग्रंथ के अनुसार जिस व्यक्ति की वाणी मधुर होती है उन्हें सफलता जल्दी मिलती है। मधुर वाणी बोलकर व्यक्ति बडे़ से बड़ा कार्य भी आसानी से करा लेता है।
चाणक्य का कहना है कि विनम्रता एक ऐसा गुण है जो हर किसी को पसंद आता है। विनम्र व्यक्ति का हर कोई सम्मान करता है।
चाणक्य नीति कहती है कि जो व्यक्ति अनुशासित होता है उस हर कार्य में सफलता मिलती है। अनुशासन से समय का महत्व ज्ञात होता है जिसका जीवन अनुशासित है वह कठिन से कठिन लक्ष्य को भी आसानी से पा लेता है।