चाणक्य नीति : ये हैं वो 4 संकेत जो आर्थिक कमजोरी का देते हैं इशारा, आप भी जान लीजिए

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आचार्य चाणक्य ने ग्रंथ नीति शास्त्र में आर्थिक स्थिति के बारे में 4 बातें बताईं है। आचार्य चाणक्य ने 4 ऐसी बातों का वर्णन किया है जो आर्थिक स्थिति के कमजोर होने का संकेत देती हैं। चाणक्य कहते हैं कि हर व्यक्ति को जीवन में कुछ ऐसे संकेत मिलते हैं, जिन्हें वह नजर अंदाज कर देता है। तो आइये जानते हैं चाणक्य नीति के अनुसार, कौन-सी बातें आर्थिक स्थिति के कमजोर होने का संकेत देती हैं..

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घर में क्लेश रहना

चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में 24 घंटे वाद-विवाद होता रहता है। उस धर की आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे खराब होने लगती है। जिन घरों में परिवार के सदस्य आपस में लड़ते रहते हैं वहां पर मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है। इसलिए घर के सभी सदस्यों को मिल-जुलकर रहना चाहिए।

तुलसी के पौधे का सूखना

चाणक्य के अनुसार, जिस घर में तुलसी का पौधा लगा हो, वहां ध्यान रखना चाहिए कि तुलसी का पौधा कभी सूखे नहीं। कहा जाता है कि तुलसी का पौधा सूखना आर्थिक स्थिति कमजोर होने के संकेत देता है। यह भी दर्शाता है कि उस घर में सुख-समृद्धि में कमी होने वाली है। चाणक्य का पौधा हमेशा हरा-भरा रहना चाहिए।

बार-बार कांच का टूटना

नीति शास्त्र के अनुसार, कांच का टूटना अशुभ माना जाता है। यह दरिद्रता का कारक होता है। कहा जाता है कि घर में टूटा हुआ शीशा नहीं रखना चाहिए। वरना भविष्य में आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।

पूजा-पाठ का अभाव

चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में पूजा-पाठ का अभाव होता है, वहां दरिद्रता का वास होता है। ऐसे घर के सदस्यों में स्नेह कम होता है।

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